Cricketer Shefali Verma News: 2025 महिला वनडे विश्व कप में 78 गेंदों में 87 रनों की विस्फोटक पारी खेलने के साथ दो महत्वपूर्ण विकेट लेकर भारत को पहली बार महिला वनडे विश्व कप का खिताब दिलाने वाली विश्व कप विजेता शेफाली वर्मा आज यानी गुरुवार को बहरोड़ उपखंड के गांव दहमी स्थित अपनी कुलदेवी मां मनसा माता के मंदिर पहुंचीं. यहां उन्होंने विश्व कप में जीता अपना पदक देवी मां के चरणों में अर्पित किया और देश की तरक्की और टीम इंडिया की सफलता की कामना की.
मनसा माता की वजह से मिली टीम में जगह
फीयरलेस क्रिकेट खेलने का खोला राज
मीडिया से बात करते हुए शेफाली ने अपने 'फीयरलेस क्रिकेट' खेलने का राज भी खोला. उन्होंने कहा कि मैं फीयरलेस क्रिकेट खेलती हूं, इसमें रिस्क और रिवॉर्ड दोनों हैं. युवा लड़कियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी लड़कियां क्रिकेट की तरफ आ रही हैं, मैं उनसे इतना ही कहना चाहूंगी कि अपने आप पर भरोसा रखें और कड़ी मेहनत करते रहें. सपनों को सच करने के लिए मेहनत, अनुशासन और परिवार का आशीर्वाद सबसे बड़ा सहारा है. मैदान में जीतने से पहले खुद पर भरोसा जीतना जरूरी होता है. उन्होंने यह भी बताया कि वह हर टूर्नामेंट से पहले माता का आशीर्वाद लेने आती हैं और उन्हीं के आशीर्वाद से आज इस मुकाम पर हैं.

मीडिया से बात करते हुई शेफाली वर्मा
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बताया जीत का राज
वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के अनुभव साझा करते हुए शेफाली ने बताया कि सभी टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने और जीतने में एक अलग ही आत्मविश्वास आया. "हम किसी भी टीम को कम नहीं आंक रहे थे, हम केवल अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रहे थे."
माता के चरणों में मेडल रख मांगा आशीर्वाद
बता दें कि वर्ल्ड चैपियन शेफाली वर्मा अपने माता के साथ अपने गांव दहमी पहुंची थी. जहां उन्होंने अपनी कुलदेवी मनसा माता की पूजा की. साथ ही वर्ल्ड कप में जीता मेडल माता के चरणों में रख पूजा-अर्चना की. इस दौरान शेफाली ने मां मनसा को चांदी का छत्र, सोने का हार, चांदी की पायजेब, सोने की नोज पिन, चुटकी, नए नोटों की माला, लाल साड़ी, श्रीफल और मुकुट भेंट किए, साथ ही 56 भोग लगाकर मां का आशीर्वाद लिया.
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