ED Raid In Rajasthan: बहरोड़ के पूर्व विधायक बलजीत यादव के कई ठिकानों पर ED ने 24 जनवरी को कार्रवाई की थी. ED ने अब इस मामले की जानकारी देते हुए बताया है कि तलाशी अभियान के दौरान पूर्व विधायक के घर से ₹31 लाख नकद, आपत्तिजनक दस्तावेज और विभिन्न डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं.
ED ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ED जयपुर ने 24 जनवरी 2025 को मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के प्रावधानों के तहत जयपुर, दौसा (राजस्थान) और रेवाड़ी (हरियाणा) में नौ स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था। यह तलाशी अभियान बहरोड़ विधानसभा क्षेत्र, जिला-अलवर, राजस्थान के पूर्व विधायक बलजीत यादव और उनसे संबंधित व्यक्तियों/संस्थाओं के परिसरों पर किया गया था। यह जांच एमएलए-एलएडी फंड घोटाले से जुड़ी है, जिसमें स्कूलों के लिए खेल उपकरणों की खरीद में अनियमितताएं शामिल हैं।
वास्तविक से कई ज़्यादा कीमतों पर खरीदे किट
विधायक रहते हुए बलजीत यादव ने अपने विधायक कोष से स्कूली बच्चों को स्पोर्ट्स किट बांटी थीं, जिसमें कथित तौर पर करप्शन के आरोप लगे थे. आरोप है कि ये किट फर्जी कंपनियों के माध्यम से वितरित की गईं और इन्हें वास्तविक लागत से कई गुना अधिक कीमत पर खरीदा गया था. खरीद प्रक्रिया के लिए एक कमिटी गठित की गई थी, लेकिन इस कमिटी ने टेंडर प्रक्रिया का पालन नहीं किया और उन्हीं फर्मों से सामान खरीदा गया, जिनकी पहले से अनुशंसा की गई थी.
यादव ने खुद ने चलाई थी भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहीम
इस मामले की शिकायत एसीबी में की गई थी, जिसके बाद दिसंबर 2024 में बलजीत यादव समेत 8 अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया. अब इसी मामले में ईडी भी छापेमारी कर रही है.
दिलचस्प बात यह है कि बलजीत यादव भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम को लेकर चर्चा में रहे थे और उन्होंने ऐलान किया था कि जो भी भ्रष्टाचार के खिलाफ सबूत लेकर आएगा, उसे 51 हजार रुपए इनाम दिया जाएगा. लेकिन अब वे खुद भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गए हैं.
पिछली कांग्रेस सरकार को दिया था समर्थन
गौरतलब है कि बलजीत यादव 2018 से 2023 में बहरोड़ विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रह चुके हैं. उस समय विधायक रहते हुए बलजीत यादव ने अशोक गहलोत सरकार को समर्थन दिया था और राज्यसभा चुनाव में भी यादव ने कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग की थी.