
Rajasthan News: दौसा में मेघावी छात्राओं को मिलने वाली स्कूटी पिछले डेढ़ साल से साढे़ 58 लाख रुपये की कीमत की 90 स्कूटियां सरकारी जमीन पर बने एक गोदाम में बंद थी. गोदाम को दोबारा 16 जून 2025 को नगर परिषद ने सील कर दिया था, जिसकी वजह से स्कूटियों को छात्राओं में समय से नहीं बंट पाई थीं. नगर परिषद के एटीपी नरेश बैसला ने बताया कि देवनारायण योजना और कालीबाई स्कूटी योजना के तहत मेधावी छात्राओं को स्कूटी बांटी जानी थी. गोदाम को सील करने की वजह से स्कूटियों का वितरण नहीं हो सका था. अब जिला कलेक्टर के आदेश पर दो घंटे के लिए गोदाम का सील को खोलकर स्कूटियों को बाहर निकाला गया.
गोदाम से 90 स्कूटियों को बाहर निकाला
गोदाम से 90 स्कूटियों को बाहर निकाला गया. निकालने के बाद नगर परिषद ने गोदाम को दोबारा सील कर दिया. यह पूरी कार्रवाई नगर परिषद की आरओ शमीम के नेतृत्व में की गई. हालांकि, यह कार्रवाई पूरी तरह से गुप्त रखी गई थी, लेकिन फिर भी मीडिया को इसकी भनक लग गई. टीवीएस कंपनी के राजेंद्र मीणा ने बताया कि गोदाम में रखी 90 स्कूटियों को निकालने के लिए जिला कलेक्टर को एप्लीकेशन दी गई थी. इसके बाद स्कूटी को बाहर निकाला गया. अब इन्हें बांटी जाएंगी.
मेधावी छात्राओं में बांटी जाएंगी
पंडित नवल किशोर महाविद्यालय के प्रिंसिपल लालाराम मीणा ने बताया, "यह स्कूटी का वितरण 8 से 10 दिन पूर्व होना था. 2022-23 की मेधावी छात्राओं में बांटी जानी थी. लेकिन गोदाम सील होने जाने के कारण इस भूमि पर न्यायालय का स्टे था. जिला कलेक्टर को लेटर लिखकर स्कूटियों को बाहर निकाला गया. अब इन स्कूटियों छात्राओं में बांटी जाएगी.
दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि कॉलेज प्रशासन के भेजे गए लेटर के बाद स्कूटियों को गोदाम से बाहर निकलवाया गया. मेधावी छात्राओं को बांटने के लिए कॉलेज प्रशासन को सौंप दिया गया.
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