
Panther Died In Fight: राजसमंद जिले के आमेट उपखंड के सरदारगढ़ तालाब के पास वर्चस्व की लड़ाई में दो पैंथर शावकों की मौत हो गई. तालाब पेटे की जमीन पर दोनों के शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. वैन विभाग ने बताया कि मौके पर मिले संघर्ष के निशान इस बात की तस्दीक करते हैं कि दोनों पैंथरों के बीच टेरिटोरियल फाइट यानी वर्चस्व की खतरनाक लड़ाई हुई थी. यह लड़ाई इतनी भीषण थी कि दोनों शावक गंभीर रूप से घायल हो गए और देर रात उनकी मौत हो गई. सुबह शव मिलने पर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर उच्च अधिकारियों को सूचित किया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई
वन विभाग ने दोनों पैंथरों के शवों को स्थानीय वन कार्यालय पहुंचा दिया है, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. अधिकारियों के अनुसार दोनों शवों में नाखून, दांत और खाल सुरक्षित पाई गई है, जिससे स्पष्ट होता है कि यह मौत प्राकृतिक संघर्ष का परिणाम है. उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है, जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगा.
पैंथरों की संख्या में इजाफा
पिछले कुछ सालों में राजस्थान के मेवाड़ इलाके में पैंथरों की संख्या में इजाफा देखा गया है, जिसके चलते उनके मूवमेंट और आपसी संघर्ष की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार हाल ही में पैंथरों की नस्ल में वृद्धि हुई है और नए शावक अब अपने इलाके तय करने की प्रक्रिया में हैं. इसी प्रक्रिया में जब दो युवा पेंथर एक ही क्षेत्र को अपना मानते हैं, तो उनके बीच वर्चस्व की टकराव शुरू हो जाती है, जो कई बार घातक साबित होती है. सरदारगढ़ की यह घटना भी उसी प्रकृति की एक दुखद मिसाल है.
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