Jaipur News: जैसलमेर के अनुरंगा 24 अक्टूबर को वहां से अपनी स्कूटी पर सवार होकर जयपुर आए हैं. उनकी मांग है कि उनकी विशेष योग्यजन शिक्षिका पत्नी का ट्रांसफर उनके समीप कहीं कर दिया जाए. वे स्वयं भी दिव्यांग है और अपनी पत्नी के ट्रांसफर की उम्मीद लेकर जयपुर में डेरा डाले हुए हैं. मुख्यमंत्री निवास के पास लगातार 22 दिन से वे इस उम्मीद में है कि शायद सुनवाई हो जाए.
पत्नी 2019 की भर्ती में शिक्षिका के पद पर चयनित
उनकी पत्नी 2019 की भर्ती में शिक्षिका के पद पर चयनित हुई थी. तब उनकी पोस्टिंग बांसवाड़ा में हुई. इसके बाद उन्हें उम्मीद थी कि प्रोबेशन पीरियड के बाद शायद ट्रांसफर हो जाए, लेकिन नहीं हुआ. इसके बाद 2023 में चुनाव से पहले डेपुटेशन पर ट्रांसफर हुआ भी, मगर चुनाव के बाद फिर से डेपुटेशन कैंसिल हो गई.
जीवन यापन में समस्या
उन्होंने बताया कि वहां पत्नी को अपने जीवनयापन में समस्या होती है. यहां मुझे भी अपने रोजमर्रा के काम में तकलीफ होती है. इसलिए मेरी मांग है कि मेरी पत्नी को कहीं समीप में ही ट्रांसफर किया जाए. मैं शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक मिल चुका हूं. हालांकि अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. यहां स्कूटी की डिग्गी में दो शॉल और चादर है. कहीं कोई परिचित मिल जाता है, जगह मिल जाती है तो रुक जाता हूं. वरना इधर उधर सो जाता हूं.
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