ACB Action in Rajasthan: राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) लगातार भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कस रही है. एसीबी तेजी से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कार्रवाई कर रही है. एसीबी ने चार दिनों में पांच सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत के मामले में रंगे हाथ पकड़ा है. इसमें चार मामलों में थाना प्रभारी से लेकर वन विभाग के रेंजर को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्त में लिया है. पांचवां मामला धौलपुर जिले का है जहां जिला रोजगार कार्यालय में रिश्वत का खेल चल रहा है. लेकिन एसीबी की टीम ने जिला रोजगार कार्यालय के एक अधिकारी को रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
रोजगार कार्यालय में शुक्रवार (27 दिसंबर) को एसीबी की टीम ने छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया है. यहां कार्यालय के ही एक लिपिक को महज 700 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. यह कार्रवाई परिवादी द्वारा शिकायत दर्ज करवाने के बाद हुई. जिसमें घूसखोर लिपिक को ट्रैप किया गया.
1500 रुपये मांगी थी रिश्वत 700 रुपये में हुआ तय
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि परिवादी देवेंद्र सिंह ने एसीबी कार्यालय धौलपुर पर एक शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में आरोप था कि धौलपुर जिला रोजगार कार्यालय का लिपिक दीपक गोयल इंटर्नशिप के लिए जगह बदलवाने के एवज में 1500 रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है. लेकिन सौदा 700 रुपये में तय हो गया. परिवादी की शिकायत पर गुप्त तरीके से मामले का भौतिक सत्यापन कराया गया. भौतिक सत्यापन के माध्यम से मामला सही पाया गया.
एसीबी ने लिपिक को किया ट्रैप
लिपिक को रंगे हाथ पकड़ने के लिए एसीबी ने ट्रैप बिछाया. इसके तहत शुक्रवार को एसीबी की टीम रोजगार कार्यालय पहुंच गई. गुप्त तरीके से लिपिक को पकड़ने के लिए रूपरेखा बनाई गई. परिवादी से लिपिक ने 700 रुपये बतौर रिश्वत की राशि प्राप्त कर ली. इसी दौरान एसीबी की टीम ने छापा मारकर लिपिक दीपक गोयल को दबोच लिया. आरोपी के कब्जे से रंगे हुए नोट बरामद कर लिए हैं. आरोपी को गिरफ्तार कर एसीबी की टीम पूछताछ कर रही है. जांच के बाद भरतपुर एसीबी कोर्ट पेश किया जाएगा.