जयपुर की हेरिटेज नगर निगम में भ्रष्टाचार के मामले में अपराध निरोधक ब्यूरो (ACB) ने कोर्ट में आरोप पत्र पेश किया है. ACB ने 4 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की है. जिसमें मेयर मुनेश गुर्जर, उनके पति सुशील गुर्जर, नारायण और अनिल शामिल हैं. हालांकि इस दौरान मेयर मुनेश गुर्जर कोर्ट नहीं पहुंची उन्होंने इसकी वजह खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया है जिसके लिए कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र भी पेश किया था. मुनेश ने पीठ दर्द के कारण 7 दिनों के बेड रेस्ट का हवाला दिया है.
जवाब नहीं दिया तो टाल निलंबन
स्वायत्त शासन विभाग ने 11 सितंबर 2024 को एक नोटिस जारी किया गया था. जिसके लिए मुनेश गुर्जर को तीन दिन में जवाब देने का समय दिया गया था. वहीं मुनेश गुर्जर के निलंबन को लेकर 18 सितंबर को फैसला किया जाना था. लेकिन स्वायत्त शासन विभाग ने मेयर मुनेश गुर्जर को एक बार फिर नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है. अब मुनेश गुर्जर का निलंबन फिर से तीन दिन के लिए टल गया है. लेकिन स्वायत्त शासन विभाग की नोटिस से UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा नाराज हो गए थे.
ACB ने मुनेश को कोर्ट में रहने के निर्देश दिए थे
बता दें मुनेश गुर्जर एक दिन पहले यानी 17 सितंबर को एक बार फिर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. वह हाईकोर्ट की शरण में जाकर अपना बचाव करने की कोशिश कर रही हैं. मुनेश गुर्जर ने कहा कि यह 'कार्रवाई राजनीतिक द्वेषता से प्रेरित है'. अब आने वाले दिनों में इस मामले की सुनवाई हाईकोर्ट में होगी. हालांकि ACB द्वारा 19 सितंबर को चार्जशीट पेश करने के दौरान मुनेश को कोर्ट में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया था. इसके बावजूद वो कोर्ट नहीं पहुंचीं.
मुनेश गुर्जर के घर पर मारा था छापा
एसीबी ने 4 अगस्त 2023 को हेरिटेज निगम की मेयर मुनेश गुर्जर के घर पर छापा मारा था. इस दौरान एसीबी ने मेयर के पति सुशील गुर्जर को गिरफ्तार किया था. सुशील पर आरोप था कि उन्होंने पट्टे जारी करने के एवज में दलालों के माध्यम से राशि मांगी थी.
सुशील गुर्जर के घर पर मिले थे 41 लाख रुपए
इस मामले में सुशील गुर्जर के साथ साथ दो दलालों को भी गिरफ्तार किया गया था. सुशील गुर्जर के घर से पट्टे की फाइल और 41 लाख रुपए मिले थे. दलाल नारायण सिंह के घर से 8 लाख 95 हजार रुपए मिले थे. एसीबी ने दलाल अनिल दूबे को भी गिरफ्तार किया था.पड़ताल के बाद तीनों को जेल भेज दिया था.
ACB को मुनेश गुर्जर के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत मिले
ACB को कांग्रेस मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं. एसीबी ने सरकार से कार्रवाई की इजाजत मांगी थी. स्थानीय निकाय आयुक्त से अनुमति मिलने के बाद पति-पत्नी दोनों के खिलाफ एक साथ चालान पेश हो सकता है.
अब तक ऐसे चला घटनाक्रम
- 4 अगस्त 2023 को एसीबी ने छापा मारा.
- 5 अगस्त को स्वायत्त शासन विभाग ने मुनेश गुर्जर को मेयर और पार्षद पद से निलंबित कर दिया.
- 23 अगस्त को मुनेश को कोर्ट से राहत मिली और मुनेश महापौर की कुर्सी पर फिर बैठ गईं.
- 1 सितंबर को राज्य सरकार ने मुनेश गुर्जर को निलंबित करने का फैसला वापस ले लिया.
- 22 सितंबर को फिर निलंबित किया गया था .
- 26 सितंबर को मुनेश गुर्जर ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी दिसंबर 2023 में फिर मेयर बन गई.
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