
Air India Ahmedabad plane crash: अहमदाबाद में विमान हादसे के बाद अब जयपुर एयरपोर्ट के आसपास रह रहे लोगों में भय का माहौल है. मेडिकल हॉस्टल पर विमान के गिरने की भयावह घटना ने हवाईअड्डे के आसपास रिहाइशी इलाकों की सुरक्षा की चिंता बढ़ा दी है. जयपुर का सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी अब इस चर्चा के केंद्र में आ गया है. NDTV से बातचीत में एयरपोर्ट के बिलकुल बगल में बसे खोखापास के लोगों ने बताया कि सुबह शाम जिस तरह से रोज़ाना फ़्लाइट आती है, उनकी छत के बिलकुल पास से लैंडिंग प्रक्रिया शुरू होती है. अभी तक उनके लिए ये रोज़ाना की आदत थी, लेकिन हाल के विमान हादसे की तस्वीरों ने दिल दहला दिया.
यहां हर दिन होती हैं 70 उड़ान
जयपुर एयरपोर्ट देश के 11वें सबसे व्यस्त एयरपोर्ट के रूप में पहचान रखता है. हर दिन औसतन 65 से 70 उड़ानें 6 देशों और 25 शहरों के लिए संचालित होती हैं. पिछले साल जुलाई में यहां से कुल 3 हजार 778 उड़ानों का संचालन हुआ था.
एक्सपर्ट्स भी दे चुके हैं चेतावनी
यह एयरपोर्ट सांगानेर जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र के बीचोंबीच स्थित है. एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द स्कूल, अस्पताल और रिहायशी कॉलोनियां मौजूद हैं. इस पर विमान टेक-ऑफ और लैंडिंग के समय संभावित जोखिम बना रहता है. विशेषज्ञ पहले भी कई बार इस स्थिति को लेकर चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन अब अहमदाबाद की घटना के बाद यह चिंता आम लोगों के बीच भी गहराने लगी है.
क्या कहते हैं इलाके के लोग
स्थानीय निवासियों का कहना है, "पहले घर की छत के ऊपर से गुज़रते हुए प्लेन को देखना रोमांचकारी लगता था, लेकिन अब डर लगने लगा है. अब जब टीवी पर देखा कि कैसे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर प्लेन गिरा तो मन में सवाल पैदा हो गया- अगर हमारे ऊपर हुआ तो? हमें अब हर उड़ती फ्लाइट डराने लगी है."
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