विज्ञापन

Rajasthan: ऑनलाइन गेमिंग की लत बनी जानलेवा, फाइनेंस कर्मचारी ने किया सुसाइड; परिवार ने चुकाया 25 लाख का कर्ज

Ajmer Suicide Case Update: भूपेंद्र की आत्महत्या ऑनलाइन गेमिंग की लत के दुष्परिणामों को दर्शाती है. यह घटना एक चेतावनी है कि समय रहते इस लत पर नियंत्रण न किया जाए, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं.

Rajasthan: ऑनलाइन गेमिंग की लत बनी जानलेवा, फाइनेंस कर्मचारी ने किया सुसाइड; परिवार ने चुकाया 25 लाख का कर्ज
अजमेर में सुसाइड करने वाले फाइनेंस कर्मचारी भूपेंद्र कुमार का फाइल फोटो.

Rajasthan News: अजमेर के आदर्श नगर थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट बैंक में काम करने वाले फाइनेंस कर्मचारी ने ऑनलाइन गेमिंग की लत के कारण आत्महत्या कर ली. मृतक भूपेंद्र कुमार नेपाली पुत्र कन्हैयालाल, भैरव कॉलोनी गड्डी मालियान का रहने वाला था. उसने मंगलवार देर रात अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. बुधवार सुबह जब परिवार के लोग उसे उठाने पहुंचे, तो वह फंदे पर लटका मिला. परिजन उसे तुरंत जेएलएन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं परिजनों की शिकायत पर मृतक के सब का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया.

परिवार ने पहले चुकाया था 25 लाख रुपये का कर्ज

मृतक के जीजा चंद्रशेखर के अनुसार, भूपेंद्र को लंबे समय से ऑनलाइन गेमिंग की लत थी. इस लत के कारण उसने पहले भी बड़ी रकम कर्ज के रूप में ली थी. परिवार ने 25 लाख रुपये का कर्ज चुका भी दिया था, लेकिन भूपेंद्र की गेमिंग की लत खत्म नहीं हुई. यह स्पष्ट नहीं है कि उसने दोबारा कर्ज लिया था या नहीं, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही थी.

ऑनलाइन गेमिंग की लत: एक गंभीर समस्या

ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी की लत आज कई युवाओं और व्यस्कों के जीवन को प्रभावित कर रही है. कई बार यह लत लोगों को भारी कर्ज में डूबो देती है और मानसिक तनाव इतना बढ़ जाता है कि वे आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं. भूपेंद्र का मामला भी इसी गंभीर समस्या की ओर इशारा करता है.

कैसे बचें ऑनलाइन गेमिंग की लत से?

1. समय सीमा तय करें: ऑनलाइन गेमिंग के लिए एक निश्चित समय निर्धारित करें और उससे अधिक न खेलें.
2. परिवार का सहयोग लें: अगर आपको लगता है कि गेमिंग की लत लग रही है, तो अपने परिवार और दोस्तों से बात करें.
3. वित्तीय जागरूकता बढ़ाएं: अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें और ऑनलाइन गेमिंग में पैसा खर्च करने से बचें.
4. व्यस्त रहें: गेमिंग के अलावा अन्य शौक अपनाएं, जैसे कि खेलकूद, योग, या अन्य रचनात्मक गतिविधियां.
5. पेशेवर मदद लें: अगर गेमिंग की लत हद से ज्यादा बढ़ जाए, तो काउंसलिंग या मनोचिकित्सक की मदद लें.

जागरूकता से ही बचाव संभव

भूपेंद्र की आत्महत्या ऑनलाइन गेमिंग की लत के दुष्परिणामों को दर्शाती है. यह घटना एक चेतावनी है कि समय रहते इस लत पर नियंत्रण न किया जाए, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. इसलिए, अपने परिवार के सदस्यों और खासकर बच्चों पर ध्यान दें और उन्हें इस खतरनाक लत से बचाने के लिए समय रहते उचित कदम उठाएं.

ये भी पढ़ें:- कब पूरी होगी किसानों की 14 सूत्रीय मांगें? 4 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं राजस्थान के पूर्व मंत्री

ये VIDEO भी देखें

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close