Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर शहर में एक बड़ी लूट की घटना ने लोगों को चौंका दिया. 2 दिसंबर 2025 को शाम के समय चौसियावास रोड पर रहने वाले कमल नाम के व्यक्ति से बदमाशों ने 23 लाख 39 हजार रुपये छीन लिए. कमल अपने घर की बिक्री से मिले इन पैसों को स्कूटी पर रखकर ले जा रहे थे. प्रेम प्रकाश आश्रम के पीछे गेट के पास पहुंचते ही 3-4 युवकों ने बाइक से उनका रास्ता रोक लिया.
उन्होंने जान से मारने की धमकी दी स्कूटी को धक्का मारा और रुपये से भरी थैली लेकर भाग निकले. यह सब शाम 8 बजकर 15 मिनट से 25 मिनट के बीच हुआ. पीड़ित ने क्रिश्चियनगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई जहां प्रकरण संख्या 357/2025 के तहत धारा 309(4) बीएनएस में मामला दर्ज हुआ.
गैंग की योजना और सदस्य
पुलिस जांच में पता चला कि यह लूट कोई साधारण घटना नहीं बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी. गिरफ्तार छह युवकों ने कबूल किया कि उन्होंने महंगे शौकों को पूरा करने और नशे की आदत के लिए यह कदम उठाया. गैंग ने पहले इलाके की अच्छी तरह जांच की सही मौका देखा और फिर वारदात को अंजाम दिया.
आरोपी सुरेंद्र चौधरी (23) सुरज चौधरी (22) देशराज (19) राजू चौधरी (20) राजेश जाट (21) और खुशीराम चौधरी (21) हैं. ये सभी श्रीनगर थाना क्षेत्र के तिहारी गांव और उसके आसपास के रहने वाले हैं. सुरेंद्र को इस गैंग का मास्टरमाइंड माना जा रहा है.
पुलिस की तेज कार्रवाई
वारदात के बाद पुलिस ने फौरन कदम उठाए. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में क्रिश्चियनगंज थाने की एक विशेष टीम बनाई गई. टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को बारीकी से देखा जहां आरोपी बाइक पर भागते नजर आए. तकनीकी जानकारी और गुप्त सूत्रों की मदद से पता चला कि गैंग के सदस्य अजमेर छोड़कर गुजरात के मोरबी शहर के औद्योगिक इलाके में छिपे हैं.
पुलिस की टीम ने गुजरात जाकर कड़ी मेहनत से सुरेंद्र चौधरी और उसके एक साथी को मोरबी से दबोचा. बाकी चार आरोपियों को अजमेर शहर और तिहारी गांव से पकड़ा गया. अब सभी से गहन पूछताछ हो रही है ताकि कोई और राज सामने आए.
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