
Rajasthan News: अलवर जिले की रामगढ़ पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट का पर्दाफाश किया है. फर्जी वेबसाइट के जरिए करोड़ों का अवैध कारोबार चलाने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने दो कारें, नकदी, मोबाइल फोन, स्कैनर, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और बैंक पासबुक बरामद किए हैं. पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि रामगढ़ के पिपरोली गांव में गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को छापेमारी की गई. वसीम, साकिर, खालिद और राजेश नामक चार लोग पकड़े गए. ये लोग फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन सट्टा और लूडो गेम खिलाते थे. लोगों को आसान कमाई का लालच देकर उनके पैसे जमा करवाए जाते थे.
ऐसे फंसाते थे लोगों को
आरोपियों ने चालाकी से वेबसाइट बनाई थी, जहां आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से ओटीपी के जरिए सत्यापन होता था. लोग रेफरल लिंक भेजकर दूसरों को जोड़ते थे और जीत पर 2% कमीशन पाते थे. यह चेन सिस्टम की तरह काम करता था. ठगी का पैसा यूपीआई के जरिए बैंक खातों में जाता, फिर जीएसटी पंजीकृत खातों में ट्रांसफर होकर वैध बनाया जाता था.
बड़ी जीत पर नहीं मिलता था पैसा
पुलिस के मुताबिक, जब कोई बड़ी राशि जीतता तो उसे पैसे नहीं दिए जाते थे. वेबसाइट के एडमिन की जानकारी न होने से पीड़ित शिकायत भी नहीं कर पाते थे. 24 जून को रात 9:18 बजे तक वेबसाइट पर 29.16 लाख का लेनदेन दर्ज हुआ. जब्त कारें भी इसी काले धंधे से खरीदी गई थीं.
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने 71,670 रुपये नकद, 5 मोबाइल, 18 एटीएम कार्ड, 2 स्कैनर, 5 पैन कार्ड, 2 पासबुक और 6 चेक बुक बरामद किए. रामगढ़ थाना प्रभारी डॉ. विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई हुई, जिसमें कांस्टेबल महबूब खां की खास भूमिका रही. पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है और खातों की जांच कर रही है.
आरोपियों के पहचान
गिरफ्तार वसीम (24), साकिर (28), खालिद (25) और राजेश (30) पिपरोली गांव के रहने वाले हैं. यह कार्रवाई ऑनलाइन ठगी के खिलाफ बड़ी सफलता है.