
Alwar religious conversion case: अलवर जिले के उद्योग नगर थाना क्षेत्र में धर्मांतरण से जुड़ा मामला सामने आया है. गोलेटा गांव स्थित सैय्यद कॉलोनी में धर्मांतरण की शिकायत पर पुलिस ने दबिश देकर दो लोग अमृत ओर सोनू रायसिख को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित एक हॉस्टल में छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया गया. पुलिस की कार्यवाही के दौरान हॉस्टल में 52 बच्चे मिले हैं. आरोप है कि हॉस्टल में रहने वाले छोटे बच्चों को शिक्षा के नाम पर हिंदू धर्म के विरोध में भड़का जाता था और धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था. हिंदू संगठनों और मुखबिर की सूचना पर एमआईए थाना पुलिस ने बुधवार शाम को कार्रवाई की.
गरीब बच्चों को किया जाता था टारगेट
एसपी अलवर सुधीर चौधरी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अहमदाबाद (गुजरात) निवासी अमृत और अलवर जिले के रामगढ़ निवासी सोनू रायसिख को गिरफ्तार किया गया है. हिंदू संगठनों के लोगों का आरोप है कि ईसाई मिशनरी से जुड़े लोगों द्वारा कच्ची बस्ती में रहने वाले और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निशाना बनाया जाता था.

मौके से धार्मिक ग्रंथ और किताबें भी जब्त
आरोप के मुताबिक, बच्चों को हॉस्टल में शिक्षा देने और उन्हें पैसे का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. पुलिस ने कार्रवाई के दौरान हॉस्टल से कुछ धार्मिक ग्रंथ व किताबें भी जब्त की हैं. हॉस्टल में रहने वाले छोटे बच्चों ने पुलिस को बताया है कि यह ईसाई धर्म के बारे में बताया जाता है.
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
इस मामले की शिकायत के साथ ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन किया. जानकारी के मुताबिक, इन बच्चों की उम्र 6 से लेकर 17 साल तक है. पड़ताल में सामने आया कि इन दो में से एक आरोपी के खिलाफ पहले भी सीकर में भी मामला दर्ज हुआ था, जिसके बाद उसे जमानत मिल गई थी.
यह भी पढ़ेंः 'जमीन के नीचे गड़ा था करोड़ों का काला धन', इनकम टैक्स की टीम के हाथ लगा बड़ा सुराग