Rajasthan Fake Degree Case: राजस्थान में सरकारी नौकरी के लिए अलग-अलग यूनिवर्सिटी से पैसे देकर फर्जी डिग्री बनाने का खेल चल रहा है. बीते कुछ दिनों से पुलिस की विशेष टीम एसओजी इस गोरखधंधे में शामिल लोगों पर लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में अब शुक्रवार को एसओजी ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी मनोहर लाल बिश्नोई सांचौर जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झाब में लाइब्रेरियन के पोस्ट पर तैनात था. एसओजी अब आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है. ATS-SOG मुख्यालय ने फेक डिग्री मामले में लाइब्रेरियन मनोहर लाल बिश्नोई की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार से बनवाई थी फर्जी डिग्री
बताया गया कि एसओजी के ADG वीके सिंह की मॉनीटरिंग पर मनोहर लाल को गिरफ़्तार किया गया. मनोहर लाल पर आरोप है कि उसने मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार चित्तौड़गढ़ से फर्जी डिग्री बनवाने में सहयोग किया था. मनोहर के खिलाफ मुकदमा नंबर 101/2024 के तहत प्राथमिकी दर्ज है. बताया गया कि मनोहर कुमार ने कमला कुमारी नामक एक महिला की एमए हिन्दी की फर्जी डिग्री गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी से प्राप्त किया था.
सांचौर के स्कूल से हुई लाइब्रेरियन की गिरफ्तारी
कार्रवाई के बारे में बताया गया कि अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस एवं एसओजी राजस्थान जयपुर के निर्देशानुसार, उप महानिरीक्षक पुलिस, स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप राजस्थान जयपुर के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसओजी यूनिट अजमेर द्वारा सांचौर जिला पुलिस और एसओजी यूनिट जोधपुर टीम द्वारा आरोपी मनोहर लाल बिश्नोई को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झाब से पकड़ा गया.
मामले में दो आरोपी पहले ही हो चुके गिरफ्तार
मनोहर के खिलाफ राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अध्युपाय) अधिनियम 2022 व 419, 420, 465, 467, 468, 471, 120बी भादस पुलिस थाना सिविल लाईन्स अजमेर में अनुसंधान के दौरान आरोपी मनोहर लाल बिश्नोई द्वारा प्रकरण में पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त कमला कुमारी के नाम से मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार चितौडगढ़ से डिग्री प्राप्त किया था. इस मामले में दलपत सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था.
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