Protest in Anupgarh: राजस्थान में 9 जिले खत्म किए जाने के फैसले का विरोध जारी है. अनूपगढ़ जिला की बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार को बंद का आह्वान किया गया है. दरअसल, 9 जिले खत्म होने के बाद भजनलाल सरकार के फैसले का विरोध अनूपगढ़ में भी दिखाई दे रहा है. स्थानीय लोगों की मांग है कि इस जिले को श्रीगंगानगर में फिर से शामिल किया जाए. इसी मांग को लेकर अनूपगढ़ जिला बचाओ संघर्ष समिति सड़क पर उतर आई है. जिला बहाली की मांग को लेकर बंद बुलाया गया है. इसके चलते शहर में बाजार बंद है, जिसका असर रोजमर्रा की जरूरतों से लेकर पेट्रोल सप्लाई तक पर दिख रहा है.
वकील भी बंद के समर्थन में उतरे, कोर्ट का कामकाज प्रभावित
दरअसल, अनूपगढ़ जिला बचाओ संघर्ष समिति पिछले काफी दिनों से विभिन्न व्यापारिक, सामाजिक, राजनीतिक, किसान और श्रमिक संगठनों के साथ रणनीति बना रही थी. बंद को सफल बनाने के लिए समिति ने लगातार संपर्क अभियान भी चलाया. इसका असर आज बाजार में देखने को भी मिल रहा है.
अनूपगढ़ बंद में व्यापारिक, राजनीतिक समेत की संस्थाओं-संगठनों ने समर्थन दिया है. जहां एक और पूरे बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है, वहीं दोपहर 12 तक पेट्रोल पंप भी बंद रखने का फैसला किया गया है. बार संघ के अधिवक्ताओं ने भी आज वर्क सस्पेंड रखा है, जिसका असर कोर्ट में कामकाज पर भी दिखना तय है.
इन जिलों को किया गया था समाप्त
भजनलाल सरकार ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के कार्यकाल में गठित 9 नए जिलों को समाप्त करने का फैसला लिया था. रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट को आधार बताते हुए कैबिनेट मीटिंग में इस पर मंथन किया गया. इसके बाद दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़, सांचौर जिले खत्म किए गए. जबकि तीन नए संभाग बांसवाड़ा, सीकर और पाली भी खत्म हो गए.
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