राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है. सभी पार्टियों के नेता जनता को रिझाने के लिए जुटे हैं. चुनाव से पहले नेताओं का दल-बदलना भी जारी है. बूंदी राज्य मेला प्राधिकरण के सदस्य एवं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव भरत शर्मा ने मंगलवार को कांग्रेस को झटका देते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया.
सक्रिय नेता हैं भरत शर्मा
भरत शर्मा बूंदी विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट के दावेदार थे, लेकिन यहां से पूर्व राज्य मंत्री हरिमोहन शर्मा को टिकट मिला है. इनका मुकाबला भाजपा से वर्तमान विधायक अशोक डोगरा से हैं. फील्ड में काफी सक्रिय रहने वाले भरत शर्मा का भाजपा में शामिल हो जाना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है. वह कांग्रेस में भी काफी सक्रिय रहे थे.
सदस्यता लेते ही कांग्रेस पर बोला हमला
भरत शर्मा ने टोंक सांसद सुखवीर सिंह जौनपुरिया व विधायक अशोक डोगरा की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली. शहर के हरियाली रिसोर्ट में सदस्यता ग्रहण करते ही उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला, कांग्रेस को उन्होंने चोर और भ्रष्टाचारी पार्टी कहा. कांग्रेस पदाधिकारी व सभापति को भी चोर और भ्रष्टाचारी कहने में देर नहीं लगाई. उन्होंने भाजपा की सरकार आते ही जनता से जेल भेजने का वादा किया.
निर्दलीय किया है नामांकन
गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे रुपेश शर्मा ने टिकट नहीं मिलने के कारण बगावत कर निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया है. रुपेश का क्षेत्र में अच्छा जन आधार माना जाता है. राजनीतिक जोड़-तोड़ के नजरिए से देखें तो भरत शर्मा का भाजपा में शामिल हो जाना इस कमी को पूरी करने वाला साबित हो सकेगा.
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