बिहार चुनाव के नतीजे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस में एक और बड़ी टूट की आशंका जताई. उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बयान के खिलाफ मोर्चा खोला. गहलोत ने कहा कि कांग्रेस में टूट का यह सपना कभी पूरा नहीं होगा. इसके बाद भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल ने भी गहलोत को नसीहत दे दी है. राधा मोहन अग्रवाल ने कहा कि लगता है, अभी गहलोत की जरूरत बिहार कांग्रेस को है. राधा मोहन अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने सुना है कि बिहार में जीते कांग्रेस के सभी 6 विधायक जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो सकते हैं. राधा मोहन ने कहा कि वह यह बात बीजेपी के बारे में नहीं कह रहे, बल्कि उन्होंने ऐसा बिहार के कुछ नेताओं से सुना है.
...अब बिहार में बचा लें
राधा मोहन अग्रवाल ने गहलोत को उनकी सरकार बचाने के घटनाक्रम को याद दिलाते हुए कहा कि जब सरकार में रहते सचिन पायलट गहलोत के साथ खेल खेला करते थे और अपनी सरकार को बचाने के लिए गहलोत जिस तरह अपने विधायकों को बांधा करते थे, वैसे ही उनकी जरूरत अब बिहार में दिख रही है.
बिहार में बड़े घटनाक्रम के संकेत दिए
राधा मोहन अग्रवाल ने गहलोत को नसीहत देते हुए कहा कि वह बिहार जाएं और कांग्रेस के विधायकों को बचा लें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बिहार में कहां थी और कहां आ गई? अग्रवाल ने कहा कि बिना फूट के तो यह सब हुआ नहीं होगा? अग्रवाल ने अपने बयान के जरिए बिहार में संभावित बड़े घटनाक्रम का भी संकेत दे दिया.
कांग्रेस 65 साल तक इलेक्शन कमीशन को हाईजैक किया
गहलोत के इलेक्शन कमीशन को हाईजैक करने के आरोप के सवाल पर भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के लोग 65 साल तक इलेक्शन कमीशन को हाईजैक करते रहे हैं, इसलिए उन्हें लगा की शासन ऐसा ही करता है. राधा मोहन ने कहा कि अशोक गहलोत 3 बार मुख्यमंत्री रहे हैं, फिर भी उन्हें एहसास नहीं है कि इलेक्शन कमीशन एक ऐसा तंत्र है, जिसके पास अपनी कोई सेना होती ही नहीं है.