 
                                            राजस्थान का कोटा जिला जो कि देशभर में इंजीनियर्स, डॉक्टर्स की फैक्टरी कहलाता है, लेकिन पिछले कई सालों से कोचिंग सिटी (कोटा) में लगातार स्टूडेंट्स के सुसाइड के मामले बढ़ रहे हैं. सुसाइड के बढ़ते मामलों पर सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन भी चिंतित है. ऐसे में रविवार को जारी एक वीडियो मैसेज में पुलिस स्टूडेंट सेल के प्रभारी एएसपी चंद्रशील ठाकुर विद्यार्थियों को मोटिवेट किया और अभिभावकों से उम्मीदों की गठरी मासूम बच्चों पर नहीं रखने की भी अपील की.
एएसी के मोटिवेशनल वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल मैसेज में चंद्रशील ठाकुर बच्चों को प्लान ए और प्लान बी के बारे में समझाते हुए कहते हैं, "अगर डॉक्टर नहीं बन सको तो अपना प्लान बी भी हमेशा तैयार रखो, क्योंकि कई बार प्लान बी भी प्लान ए से ज्यादा बेहतर होता है. इसके कई उदाहरण भी हैं."
उल्लेखनीय है कोटा में इस साल अब तक 21 सुसाइड हो चुके हैं. जिसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने भी प्रदेशभर के कोचिंग संस्थानों के संचालकों, पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर विशेष निर्देश दिए हैं. जिसमें कोचिंग संस्थानों में गाइडलाइन के पालन को लेकर गंभीरता से फोकस करने और स्टूडेंट सुसाइड मामलों पर अब सरकार की निगरानी के साथ कोटा में संचालित की जा रही है. पुलिस की स्टूडेंट सेल को क्राइम ब्रांच की मॉनिटरिंग में डीजी के निर्देशन में सौंपा गया है.
24 घंटे मदद के लिए तत्पर है पुलिस
कोटा में स्टूडेंट्स के लिए बनाई गई पुलिस सेल लगातार विद्यार्थियों को अवसाद मुक्त रखने के लिए उनके बीच पहुंचकर संवाद कर रही है. विद्यार्थियों को किसी भी तरह की परेशानी होने पर 24 घंटे उनकी मदद के लिए पुलिस उपलब्ध है. पुलिस के द्वारा लगातार अपील की जा रही है की समस्या होने पर विद्यार्थी पुलिस को सिर्फ एक कॉल कर दें.
सफलता के लिए 24 घंटे पढ़ना जरूरी नहींः एएसपी
चंद्रशील ठाकुर शील अपने वीडियो मैसेज में कहते हैं कि अपने शौक मरने मत दीजिए, अगर आप गाना गाते हैं तो गाइए डांस करते हैं तो नाचिए. बकौल एएसपी, सफलता के लिए 24 घंटे पढ़ाई की जरूरत नहीं होती. दृढ़ संकल्प के साथ अपने शौक पूरे करते हुए परीक्षा देंगे तो परिणाम भी अच्छे आएंगे. लेकिन सफलता नहीं मिलती है तो अपने प्लान भी पर फोकस कीजिए और अपनी जिंदगी को बेहतर बनाइए.
अभिभावकों की उम्मीदों का बोझ स्टूडेंट पर पड़ता है भारी
विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादातर केसों में अभिभावकों की उम्मीदों का बोझ स्टूडेंट पर भारी पड़ता है. अभिभावक अपने सपने अपने बच्चों पर थोपकर उनको इस चुनौती पूर्ण परीक्षाओं में शामिल होने के लिए भेजते हैं, लेकिन हर स्टूडेंट की एक क्षमता होती है, क्षमता से अधिक वह परफॉर्मेंस नहीं कर सकता.
अभिभावकों के लिए भी एएसपी जल्द जारी करेंगे वीडियो संदेश
हालांकि स्टूडेंट सुसाइड के कारण और भी हैं, लेकिन अभिभावकों की काउंसलिंग भी स्टूडेंट सुसाइड मामलों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. एएसपी चंद्रशील ठाकुर शील का अभिभावकों के लिए भी जल्द एक वीडियो मैसेज जारी होने वाला है. जिसमें वह अभिभावकों से अपील करते नजर आएंगे.
