
राजस्थान सरकार ने उच्च रक्तचाप या मधुमेह से पीड़ित लोगों की जांच करने और उन्हें मानक देखभाल पर रखने की एक महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है. गौरतलब है कि राजस्थान के साथ साथ पूरे देश में अगले दो साल में हाइपरटेंशन और डायबिटीज के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है, इसे देखते हुए राजस्थान सरकार की ये पहल बहुत ही काबिले तारीफ है.
राजस्थान सरकार ने हाइपरटेंशन और डायबिटीज के मरीजों के हित वाली इस घोषणा को G20 सह - ब्रांडेड कार्यक्रम "उच्च रक्तचाप और मधुमेह की रोकथाम और प्रबंधन में तेजी लाने" में किया गया. ये कार्यक्रम विश्व उच्च रक्तचाप दिवस, 2023 को चिह्नित करने के लिए डब्ल्यूएचओ देश कार्यालय भारत के सहयोग से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था.
राजस्थान के जनजाति बहुल वाले जिले बांसवाड़ा जिले में 2025 तक 1.5 लाख ब्लड प्रेशर और डायबिटीक मरीजों का उपचार पूरी तरह से सुनिश्चित किया जायेगा. राजस्थान में ब्लड प्रेशर और डायबिटीक मरीजों का आंकड़ा 25 लाख के करीब पहुंचने की उम्मीद है. भागती हुई जिंदगी में हर कोई तेजी से भाग रहा है , लोगों को अपने लिए अपने स्वास्थ्य के लिए समय ही नहीं मिल पा रहा है, इससे भी लोगों में इस तरह की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. लोगों का खाना पीना, दिनचर्या पूरी तरह से बदल रही है इससे भी इस तरह के रोगियों में तेजी से इजाफा हो रहा है.
राजस्थान के बांसवाड़ा में आयोजित हुआ कार्यक्रमबांसवाड़ा में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में राज्य कार्यक्रम अधिकारी अरूण वशिष्ठ के नेतृत्व में सभी को प्रशिक्षण दिया गया. इस प्रशिक्षण में मुख्य तौर से गैर संचारी रोग की स्क्रीनिंग, पहचान, उपचार, फॉलोअप एवं नियंत्रण के बारे में बताया गया. राजस्थान सरकार ने अपने राज्य में 2025 तक 55 लाख संभावित हाइपरटेंशन और डायबिटीक मरीजों के इलाज करने की बात कही है.
राजस्थान सरकार अपने राज्य के लोगों के स्वास्थ्य को लेकर बहुत ही गंभीर है और इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
बाकी राज्यों को भी राजस्थान से सीखना चाहिए और अपने राज्य के लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर हो जाना चाहिए और इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन अपने राज्य में भी करना चाहिए.