
BAP MLA Jaykrishna Patel bribery scandal: बांसवाड़ा के बागीदौरा से विधायक जयकृष्ण पटेल को एसीबी ने रविवार सुबह करीब 10:30 बजे गिरफ्तार किया. आज (5 मई) को भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक कोर्ट में पेश किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, एसीबी विधायक की रिमांड मांगेगी. वैसे उसके लिए अभी घूस की रकम रिकवर करना भी एक चुनौती है क्योंकि विधायक का पीए नोटों भरा बैग लेकर भाग गया है. एसीबी इस ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पिछले साल से लगी हुई थी. जुलाई, 2024 से ही एसीबी इस मामले में सक्रिय हो चुकी थी.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) के महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरडा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि ट्रैप के दौरान जब विधायक जयकृष्ण पटेल के हाथ धुलवाए गए तो उनके हाथ से रंग निकला. इससे स्पष्ट हो गया कि उन्होंने कैश को छुआ था और नोट गिने थे. साथ ही उन्होंने कहा कि एसीबी के पास विधायक के खिलाफ पूरे सबूत है. यहां समझिए कि कैसे एसीबी ने जाल फैलाकर इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया...
खनन कंपनी को ब्लैकमेल कर रहे थे विधायक
बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल टालकोस इंडिया एलएलपी नाम की जिस खनन कंपनी को ब्लैकमेल कर रहे थे, वह बीजेपी नेता रामनिवास मीणा और उनके बेटे रविंद्र मीणा की है. मीणा करौली से बसपा के टिकट पर 2023 में विधानसभा चुनाव लड़े थे, जबकि उनके पिता रामनिवास भाजपा के टिकट पर टोडाभीम से चुनाव लड़े थे.
ऐसे हुई मामले की शुरुआत
इस ब्लैकमेल कांड की शुरुआत 11 जुलाई 2024 को हुई. बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल ने विधानसभा में 5998 नंबर का तारांकित प्रश्न लगाकर अवैध खनन, फार्म हाउस, वन्य जीव और नशा तस्करी जैसे गंभीर आरोप लगाए. इसके 2 दिन बाद ही विधायक ने खान विभाग के संबंध में नंबर 6284 पर एक और सवाल लगा दिया. विधायक के प्रश्न के जवाब में सरकार ने स्पष्ट किया कि इन इलाकों में कोई अवैध खनन, फार्महाउस या तस्करी की पुष्टि नहीं हुई है.
पहले सवाल लगाए, फिर हटाने के लिए मांगी रिश्वत
पटेल ने पूछा था कि क्या विधानसभा क्षेत्र टोडाभीम के ग्राम मोरडा, गड़ी, कमलापुर, रजौली समेत अन्य गांव में पहाड़ों पर वन भूमि में अवैध खनन किया जा रहा है? विधायक पटेल के सवाल के जवाब में सरकार ने कहा था कि इन इलाकों में कभी कभी चोरी छिपे अवैध खनन किया जाता है, इसे रोकने के लिए कार्रवाई भी की जाती है. इन्हीं सवालों के बाद विधायक ने कंपनी को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. पटेल ने खनन से जुड़े इन सवालों को हटवाने के लिए 10 करोड़ रुपए की डिमांड की, लेकिन फिर उनके और रविंद्र मीणा के बीच 2.5 करोड़ रुपए की डील तय हुई.
एसीबी ने पिछले साल सर्विलांस पर लिया फोन
रिश्वत मांगने की शिकायत पर ACB ने 29 जुलाई 2024 की मौका रिपोर्ट, खनन विभाग के उत्तर, वन विभाग की रिपोर्ट और फोन कॉल, दस्तावेज व ट्रैप वीडियो जुटाए. मामले की पुष्टि के लिए विधायक, उनके गनमैन और कंपनी के कुछ कर्मचारियों को सर्विलांस पर भी लिया गया था.
पहली किश्त लेने के लिए विधायक आवास पर बुलाया
बीएपी विधायक ने रिश्वत की पहली किश्त 20 लाख रुपए लेने के लिए जयपुर में स्थित विधायक आवास पर बुलाया. इस दौरान एसीबी ने भी ट्रैप की तैयारी कर ली थी. जब परिवादी रिश्वत लेकर पहुंचा तो विधायक पटेल उससे कार में मिले. कार में उनके चचेरे भाई विजय पटेल और पीए भी मौजूद थे. विजय पटेल और पीए ने रिश्वत की राशि ली. इसके बाद विधायक जयकृष्ण पटेल ने रकम गिनी.
पीए की तलाश कर रही है एसीबी की टीम
तभी वहां एसीबी की टीम आ पहुंची, लेकिन तभी विधायक का पीए रिश्वत की राशि लेकर भाग गया और उसने मोबाइल बंद कर लिया. एसीबी ने फौरन ही विधायक के हाथ धुलवाए तो रंग निकला, जिससे उनके रिश्वत लेने की बात सत्यापित हुई. हालांकि पीए की तलाश जारी है.
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