
Rajasthan News: राजस्थान के बारां जिले के एक सरकारी स्कूल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब 12वीं कक्षा की छात्राओं ने अपने ही एक शिक्षक पर बदसलूकी और पैसों की मांग करने के गंभीर आरोप लगाए. आदिवासी क्षेत्र शाहाबाद उपखण्ड के कस्बाथाना में स्थित राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय में यह घटना सामने आई है. छात्राओं का कहना है कि शिक्षक मनोज चौरसिया उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, स्कूल आने के बावजूद हाजिरी में उन्हें अनुपस्थित (एब्सेंट) कर देते हैं, और यहां तक कि उनसे पैसे भी मांगते हैं.
'सवाल पूछने पर हमें डांटते हैं'
छात्राओं द्वारा स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाचार्य दिलबाग सिंह को दिए गए लिखित आवेदन में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. छात्राओं ने आरोप लगाया है कि शिक्षक मनोज चौरसिया उन्हें और अन्य छात्राओं को 'तू' कहकर संबोधित करते हैं. इसके अलावा, वे पढ़ाई से जुड़े सवाल पूछने पर भी छात्राओं को डांटते हैं और कहते हैं कि 'एक बार पढ़ा दिया तो बार-बार पढ़ाऊंगा क्या?'

छात्रों द्वारा अपने प्रधानाचार्य को लिखा गया एक चौंकाने वाला पत्र.
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'इन्वर्टर लगवाना है, 500-500 रुपये दो'
आवेदन में यह भी कहा गया है कि शिक्षक मनोज चौरसिया ने कथित तौर पर छात्राओं से 500-500 रुपये की मांग की, यह कहते हुए कि उन्हें इन्वर्टर लगवाना है क्योंकि उन्हें गर्मी लगती है. छात्राओं का आरोप है कि शिक्षक ने धमकी दी कि अगर वे पैसे नहीं देंगी तो वह उनका नाम स्कूल से काट देंगे और सत्रांक (सेशन मार्क्स) में शून्य नंबर भेज देंगे.
'खुद को गब्बर, छात्राओं को बसंती कहता है टीचर'
सबसे गंभीर आरोप यह है कि शिक्षक उन्हें डराने के लिए फिल्मों के डायलॉग्स का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें वह खुद को 'गब्बर' और छात्राओं को 'बसंती' कहकर बुलाते हैं. छात्राओं ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि जब उन्होंने प्रिंसिपल से शिकायत की तो उन्होंने उनकी बात को हंसकर टाल दिया.

आरोपी टीचर मनोज चौरसिया का कहना है कि वो निर्दोष हैं और उनके पास सारे सबूत भी हैं.
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प्रशासन ने शुरू की जांच, टीचर ने कहा- मैं निर्दोष
इन आरोपों के सामने आने के बाद छात्राओं और उनके अभिभावकों ने मिलकर कार्यवाहक प्रधानाचार्य को एक ज्ञापन सौंपा और शिक्षक पर सख्त कार्रवाई की मांग की. हालांकि, शिक्षक मनोज चौरसिया ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने दावा किया है कि उनके पास आरोपों को गलत साबित करने के सबूत हैं.
पेरेंट्स ने की शिक्षा मंत्री से शिकायत की बात
इस घटना के बाद स्कूल परिसर में तनाव का माहौल है. कार्यवाहक प्रधानाचार्य दिलबाग सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. छात्राओं और उनके अभिभावकों ने धमकी दी है कि अगर स्कूल प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की तो वे इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) से लेकर शिक्षा मंत्री तक से करेंगे.
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