
Bikaner News: बीकानेर जिले के लूणकरणसर और महाजन में एनएच 62 के किनारे स्थित आराजीराज भूमि (पानी रहित भूमि) और नवनिर्मित विद्युत निगम सहायक अभियंता कार्यालय के लिए आवंटित भूमि पर अवैध कब्जे के खिलाफ गुरुवार को कार्रवाई की गई. गुरुवार को महाजन उपतहसीलदार सुंदरपाल गोदारा के नेतृत्व में भूमि पर बने अवैध होटलों और दुकानों को जेसीबी मशीनों से ध्वस्त किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा.
डिस्कॉम की जमीन से हटाया अतिक्रमण
राज्य बजट में क्षेत्रीय विधायक एवं केबिनेट मंत्री सुमित गोदारा की अनुशंसा पर महाजन में विद्युत निगम सहायक अभियंता कार्यालय स्वीकृत किया गया था. मंत्री गोदारा के निर्देश पर स्थानीय राजस्व विभाग ने महाजन में 33 केवी जीएसएस के पास स्थित 0.90 हेक्टेयर आराजीराज भूमि में से 0.81 हेक्टेयर भूमि आवंटन का प्रस्ताव तैयार कर उपखंड अधिकारी को भिजवाया था.
2 दिसंबर तक जमीन खाली करने के दिए थे निर्देश
तत्कालीन उपखंड अधिकारी ने 3 सितंबर को यह जमीन सहायक अभियंता कार्यालय के लिए आवंटित की थी. 24 नवंबर को उपतहसीलदार गोदारा ने इस जमीन पर अतिक्रमण, पट्टे और निर्माण करने वाले लोगों के साथ बैठक बुलाई थी. साथ ही इस बैठक में गोदारा ने उन सभी लोगों को आराजीराज भूमि से अपने निर्माण और अतिक्रमण हटाने को कहा था. जिसके आदेश कलेक्टर नम्रता वृष्णि और उपखंड अधिकारी दयानंद रॉयल ने पहले ही जारी कर दिए थे.
इसके बाद आदेश पर उपतहसीलदार गोदारा ने 28 नवंबर को इन लोगों को नोटिस जारी कर 2 दिसंबर तक जमीन खाली कर अपना पक्ष रखने के निर्देश दिए थे. उसके बाद कल यानि गुरुवार को जेसीबी मशीनों का उपयोग कर होटल, ढाबे और दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया. साथ ही सभी सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से पूरी तरह मुक्त करा दिया गया.
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