Bikaner Unique Wedding: आधुनिक समय में फिजूलखर्ची और दहेज की कुप्रथा के बीच, बीकानेर जिले के नोखा क्षेत्र में एक ऐसा अनूठा विवाह संपन्न हुआ जिसने पूरे समाज के सामने एक प्रेरक उदाहरण पेश किया है. नोखा के अलाय गांव के रहने वाले डॉक्टर सुमित कूकना ने नागौर जिले के थीरोद गांव की डॉक्टर जसोदा काला से विवाह कर दहेज मुक्त समाज का संदेश दिया. दूल्हे ने दहेज में केवल ₹1 का शगुन और एक नारियल स्वीकार किया.
हाथी पर सवार होकर पूरी का तोरण की रस्म
जिले के अलाय गांव में मंगलवार रात बारात के पहुंचे पर दूल्हे डॉक्टर सुमित हाथी पर सवार होकर तोरण की रस्म पूरी करने पहुंचे, जो आकर्षण का केंद्र रहा, इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार और रीति-रिवाजों के बीच शुभ मुहूर्त में वर -वधू ने सात फेरे लेकर विवाह सम्पन्न हुआ.

डॉक्टर सुमित कूकना अपने ससुर के साथ
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विदाई में किया बड़ा ऐलान
इसके बाद अगले दिन बुधवार सुबह जब विदाई का समय आया उस दौरान दूल्हे डॉक्टर सुमित के जरिए की गई एक महत्वपूर्ण घोषणा चर्चा का विषय बन गई. सुमित ने अपने ससुर से शादी में केवल एक रुपये और एक नारियल के शगुन के साथ सभी रस्में पूरी करने को कहा. इसके अलावा दहेज के रूप में कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे. दूल्हे की इस सोच की उपस्थित सभी लोगों ने दिल खोलकर सराहना की. वहीं, दुल्हन के पिता अणदाराम काला ने भी सामाजिक बदलाव का समर्थन करते हुए पूर्ण विधि-विधान से बिना दहेज की शादी सम्पन्न करवाई.
नवदंपति ने पेश की मिसाल
इस विशेष विवाह में मौजूद दूल्हे के जीजा डॉक्टर हिम्मत केड़ली ने बताया कि नवदंपति दोनों ही डॉक्टर हैं. उनके इस कदम से अन्य परिवार भी दहेज जैसी कुप्रथा से दूर रहकर सरल विवाह की दिशा में आगे बढ़ेंगे. दूल्हें डॉक्टर के इस कदम की हर तरफ सहराहना हो रही है.
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