Rajasthan News: शिक्षा के मन्दिर भी छुआछूत से परे नहीं रहे. बीकानेर की श्रीडूंगरगढ़ तहसील के सोनियासार मीठिया गांव में ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां के राजकीय शहीद सिपाही हेतराम गोदारा स्कूल के वार्षिकोत्सव के दौरान दलित छात्र मेहमानों को जब नाश्ता परोस रहे थे तो वहां आए कुछ लोगों ने उनके हाथ से नाश्ता लेने से ना सिर्फ मना कर दिया, बल्कि उन्हें जातिसूचक गालियां भी निकाली, जान से मारने की धमकी भी दी. इस संबंध में स्कूल के दो नाबालिग छात्रों ने गांव के तीन लोगों दशरथ सिंह राजपूत, श्रवणराम नाई और प्रीतमदान चारण के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.
छात्रों को आरोपियों ने घेरा
पीड़ित छात्रों ने बताया कि स्कूल में चल रहे कार्यक्रम के दौरान वे मेहमानों को नाश्ते की प्लेट्स दे रहे थे तो उसी वक्त आरोपी नाराज होंगे और प्लेट लेने से इंकार तो किया ही, साथ ही जातिसूचक गालियां भी देना शुरू कर दिया. इसके अलावा जान से मारने की धमकी भी दी. इसके बाद आरोपी वहां से चले गए और कुछ लोगों के साथ वापिस आए. जब छात्रों ने उन्हें कई लोगों के साथ वापिस आया देखा तो वे स्कूल के कमरे में चले गए, लेकिन आरोपियों ने उन्हें घेर लिया. स्कूल के स्टाफ को जब ये सूचना मिली तो उसके लोगों ने आकर उन्हें बाहर निकाला. लेकिन आरोपी इसके बाद भी बाहर बैठे रहे और मारने की धमकियां देते रहे. छात्रों ने बताया कि इस मामले की पूरी रिकॉर्डिंग स्कूल के सीसीटीवी में रिकॉर्ड है.
छात्रों ने दर्ज कराई FIR
छात्रों ने आरोपियों से जान का खतरा होने और जातिसूचक गालियां निकालने का मामला दर्ज करवाया है. इस मामले की जांच सीओ गोपाराम को दी गई है. सीओ गोपाराम का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जिन बच्चों के साथ ये घटना हुई है वे नाबालिग हैं. उनके प्रार्थना पत्र के आधार पर तीन लोगों के ख़िलाफ़ नामजद मामला दर्ज किया गया. जांच के बाद ही इस बारे में पूरी तरह वे कुछ कहने की स्थिति में होंगे.
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