BJP 1st Candidate list for Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 195 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट शनिवार शाम जारी की. लिस्ट में पीएम मोदी सहित 34 केंद्रीय मंत्रियों को टिकट दिया गया है. बात राजस्थान की करें तो यहां से 15 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए गए हैं. भाजपा की पहली लिस्ट आने के बाद पुराने नेताओं के विरोध की कोई खबर तो सामने नहीं आई. लेकिन पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बंया करते हुए लिखा कौन सुनेगा, किसको सुनाए, इसलिए चुप रहते हैं.
जोधपुर लोकसभा सीट से जुड़ा है मामला
मामला राजस्थान के जोधपुर लोकसभा सीट से जुड़ा है. जहां से भाजपा ने मौजूदा सांसद और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है. शेखावत को टिकट मिलने के बाद जोधपुर के पूर्व सांसद जसवंत सिंह विश्नोई ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द लिखा. जसंवत सिंह बिश्नोई ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. जिसमें उन्होंने इशारों-इशारों में अपनी नाराजगी जाहिर की.
जोधपुर के पूर्व सांसद जसवंत सिंह बिश्नोई दिखे नाखुश
अपनी एक धीर-गंभीर तस्वीर के साथ जसवंत सिंह बिश्नोई ने लिखा- कौन सुनेगा , किसको सुनाए, इसलिये चुप रहते हैं. हमसे अपने रूठ न जाए, इसलिये चुप रहते हैं॥
इस ट्वीट के कुछ देर बाद जसंवत सिंह बिश्नोई ने लिखा- मैंने फ़ैसला किया है कि अब मैं एक पोस्ट चुनाव की घोषणा के बाद लिखूँगा, उसके बाद भविष्य में किसी प्रकार की पोस्ट नहीं लिखूँगा.
कौन सुनेगा , किसको सुनाये ।
— Jaswant Singh Bishnoi (@JS_Bishnoi) March 2, 2024
इसलिये चुप रहते हैं
हमसे अपने रूठ न जाये
इसलिये चुप रहते हैं ॥ pic.twitter.com/iiEdATtmVq
इन दोनों ट्वीट से पहले जसंवत सिंह बिश्नोई ने लिखा था कि मेरा अनुभव कहता है कि जज़्बातों को वहाँ प्रगट करो, जहां जज़्बातों का कद्र हो …. यूँ तो आँख से गिरा आँसू भी पानी लगता है…
पार्टी के फैसले से नाराजगी लेकिन विरोध नहीं कर पा रहे
जसवंत सिंह बिश्नोई ने इन ट्वीट से यह संदेश मिलता है वो पार्टी के फैसले से नाखुश हैं. हालांकि खुलकर पार्टी फोरम में अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं. मालूम हो कि जसंवत सिंह विश्नोई मारवाड़ में अपने समाज, भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर संबंध और राजनीति में अच्छा खासा अनुभव रखने वाले नेता के रूप में जाने जाते हैं.
विधानसभा चुनाव में भी टिकट की थी उम्मीद
बिश्नोई विधानसभा चुनाव में भी सक्रिय हुए थे और माना जा रहा था कि उन्हें टिकट मिलेगा. लेकिन विधानसभा चुनाव में उनको मौका नहीं मिला तो वे सामाजिक कार्यां में व्यस्त हो गए और पार्टी के सभी कार्यक्रमों में भी शिरकत करते रहे. इस बार लोकसभा के टिकट को लेकर भी उम्मीद में थे. सोशल मीडिया पर उनके समाज से जुड़े लोग भी भाजपा से इसी की डिमांड कर रहे थे कि जोधपुर से उनके समाज को मौका दिया जाए. लेकिन जैसे ही गजेंद्र सिंह शेखावत को फिर से टिकट की घोषणा हुई, उसके कुछ देर बाद बिश्नोई के ट्वीट के जरिए उनका दर्द सामने आया.
जोधपुर से दो बार सांसद रहे हैं बिश्नोई
बताते चले कि जसवंत सिंह बिश्नोई 1999 से लेकर 2009 तक जोधपुर के सांसद भी रहे हैं और जनता में भी उनका एक अलग ही व्यवहार रहा है और सभी लोग उन्हें पसंद भी करते हैं. जसवंत सिह बिश्नोई के सोशल मीडिया पोस्ट पर कमेंट करते हुए कई लोग उन्हें निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने की बात कर रहे हैं. देखना है कि बिश्नोई अब आगे क्या फैसला लेते हैं.
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