राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सी पी जोशी ने बीजेपी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद हो रहे विरोध के बीच बुधवार को दिए एक बयान में कमल के फूल को ही पार्टी का उम्मीदवार बताते हुए कहा कि राज्य की जनता से भाजपा के नाम एवं कमल के निशान पर समर्थन मिल रहा है.
सीपी जोशी ने कहा, ‘हमारा उम्मीदवार कमल का फूल है, प्रत्याशी केवल प्रतीकात्मक रूप में है. प्रदेश की जनता ने भी मन बना लिया है और इस बार भाजपा के नाम एवं कमल के निशान पर जनता का समर्थन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि गहलोत ने जनता को सिर्फ भ्रष्ट शासन दिया और कांग्रेस की झूठ और लूट की सरकार पिछले पौने पांच वर्षों से जनता का शोषण कर रही है.
गौरतलब है भाजपा द्वारा राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए जारी की गई पहली सूची में 41 उम्मीदवारों को टिकट दिया है, इनमें कुल 7 सांसदों को टिकट दिया है, लेकिन टिकट की घोषणा के बाद से ही 7 में 6 सांसदों को टिकट दिए जाने के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. भाजपा की पहली लिस्ट में पिछले 29 उम्मीदवारों का टिकट कटा है. इससे जगह-जगह से भाजपा में विरोध की खबरें सामने आ रही है.
पहली सूची में कुल 7 सांसदों को टिकट दिया गया है. बुधवार को साचौर सीट से घोषित बीजेपी के उम्मीदवार व जालौर सिहोरी से सासंद देवजी पटेल के वाहन को आक्रोशित भीड़ द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया. जयपुर में पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत के समर्थकों ने पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और झोटवाड़ा सीट पर उन्हें टिकट देने की मांग की. भाजपा ने झोटवाड़ा सीट पर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को उम्मीदवार बनाया है.
वहीं, विद्याधर नगर सीट से मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी के समर्थकों में भी असंतोष सामने आया. राजवी का नाम पहली सूची में नदारद है, पार्टी ने इस सीट से राजसमंद की सांसद दीया कुमारी को मैदान में उतारा है. पांच बार के विधायक राजवी जहां पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के दामाद हैं.
हालांकि पहली सूची में घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ जगह-जगह हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के बाद पार्टी ने इस मामले की जांच के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया है. सूत्रों ने बताया कि पैनल के सदस्य आज असंतुष्ठ कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की.
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