Rajasthan News: राजस्थान की राजनीति में गुरुवार को एक दिलचस्प वाकया हुआ. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के बालोतरा (Balotra) दौरे की जानकारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं को नहीं दी गई. पार्टी के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने जब यह बात राजे को बताई तो वे नाराज हो गईं. उन्होंने तुरंत विधायक अरुण चौधरी से पूछा कि सूचना क्यों नहीं दी गई? चौधरी ने जवाब दिया कि जिलाध्यक्ष ने मंडल अध्यक्ष, प्रधान और स्थानीय सरपंच को पहले ही सूचना दे दी थी.
'अलग-अलग धड़ों में बंटी पार्टी'
यह जवाब सुनकर कार्यकर्ता ने पूर्व सीएम के सामने बड़ा खुलासा किया. उन्होंने बताया कि कल्याणपुर मंडल में पार्टी अलग-अलग धड़ों में बंटी हुई है, जिससे समन्वय की कमी है. मैं 1996 से बीजेपी का कार्यकर्ता हूं, लेकिन हमें आपके आने की जानकारी नहीं दी गई. हम खुद यहां पहुंचे हैं. तब राजे ने कार्यकर्ताओं को समझाते हुए कहा, 'आप सभी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं. गुटबाजी से नुकसान होता है, सबको साथ लेकर चलना जरूरी है.'
आज बालोतरा स्थित श्री राजेश्वर भगवान मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) December 4, 2025
भक्ति, उल्लास और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत यह दिव्य आयोजन एवं शोभायात्रा निश्चय ही अविस्मरणीय रहे।
महंत श्री दयाराम जी महाराज के सान्निध्य में श्रद्धा और संस्कारों से… pic.twitter.com/odZonDSdZ6
पार्टी में गुटबाजी की कहानी नई नहीं
बताते चलें कि कल्याणपुर में बीजेपी की गुटबाजी कोई नई बात नहीं है. पंचायत समिति के प्रधान पद के उपचुनाव के समय यह विवाद खुलकर सामने आया था. उस समय श्रवण सिंह को टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और कांग्रेस के समर्थन से जीत गए. बाद में पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी. अब उनकी वापसी से फिर नाराजगी बढ़ी है.
65 रथों की शोभायात्रा में शामिल हुई राजे
राजे बालोतरा में आंजणा पटेल समाज के संत श्री राजेश्वर भगवान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुईं. उन्होंने 65 रथों की शोभायात्रा में हिस्सा लिया. सैकड़ों महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचीं. राजे ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, 'इन घूंघट के पीछे चार्टर्ड अकाउंटेंट, असिस्टेंट प्रोफेसर, टीचर और नर्सिंग स्टाफ भी हैं. यह महिला शिक्षा के प्रति समाज की बढ़ती सोच को दिखाता है.' राजे ने पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को याद किया और विधायक अरुण चौधरी से इन्हें आगे बढ़ाने की बात कही.
राजनीतिक संदेश क्या है?
राजे का यह दौरा सिर्फ धार्मिक कार्यक्रम तक सीमित नहीं रहा. उन्होंने कार्यकर्ताओं को जोड़ा, गुटबाजी पर संदेश दिया और महिला सशक्तिकरण की बात की. यह दौरा आने वाले समय में राजस्थान की राजनीति में उनके सक्रिय रोल का संकेत माना जा रहा है.
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