
Bundi News: राजस्थान के बूंदी में अंधविश्वास का खेल देखने को मिला. जहां पूरा देश 21वीं सदी में आधुनिकता के दौर में जी रहा है, वहीं राजस्थान के कुछ ग्रामीण इलाकों में आज भी अंधविश्वास का बोलबाला है. ऐसा ही एक अजीबोगरीब मामला बूंदी जिले में देखने को मिला, जहां मरीज के परिजन अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के बाहर उसकी आत्मा लेने पहुंचे थे.
6 माह पूर्व हुई थी ट्रॉमा वार्ड में मौत
दरअसल, रामनगर कंजर कॉलोनी के रहने वाले सुमेर सिंह की करीब छह महीने पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी. उनका इलाज बूंदी के इसी ट्रॉमा वार्ड में चला था. परिजनों का मानना है कि सुमेर सिंह की आत्मा भटक रही है और उसे शांति दिलाने के लिए वे अस्पताल पहुंचे थे.
करीब आधे घंटे तक चला अंधविश्वास का यह ड्रामा
परिजनों की ओर से अंधविश्वास का यह ड्रामा अस्पताल में करीब आधे घंटे तक चलता रहा. इसे देखने के लिए वार्ड के बाहर भीड़ जमा हो गई. लेकिन परिजनों ने किसी की बात पर ध्यान नहीं दिया और अपने टोटके करते रहे. परिजनों के अनुसार इससे मृतक की आत्मा को शांति मिलेगी और घर में सुख-शांति आएगी.
अस्पताल अधीक्षक बोले, पुलिस की बनती है जिम्मेदारी
हालांकि इस मामले में अस्पताल अधीक्षक प्रभाकर विजय ने कहा कि अस्पताल में स्टाफ की कमी है. ट्रॉमा वार्ड के पास में पुलिस चौकी है, उन्हें इस पर ध्यान देना चाहिए था. जब 50 लोगों की भीड़ इस तरह का काम करने आती है तो हमारे पास उन्हें रोकने के लिए पर्याप्त गार्ड और पुलिस कर्मी नहीं होते हैं. जब हमारे पास पर्याप्त कर्मी होंगे तो हम इस तरह की गतिविधियों को रोक देंगे. हमने फोर्स बढ़ाने के लिए कई बार एसपी को पत्र भी लिखा है.
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