
Rajasthan News: राजस्थान में बूंदी के तलवास अग्निकांड में अपने बेटे को खोने वाले परिवार को मुआवजे के नाम पर ठगा गया है. पीड़ित लोकेश शर्मा ने बताया कि उनके बेटे रितेश शर्मा की 7 अक्टूबर 2024 को अग्निकांड में मौत हो गई थी.
इसके बाद उन्होंने न्याय और मुआवजे की मांग की, लेकिन बूंदी के अतिरिक्त जिला कलेक्टर (एडीएम) कार्यालय ने मुख्यमंत्री कार्यालय को गलत जानकारी दी. एडीएम ने दावा किया कि परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा दे दिया गया, जबकि 21 मई 2025 तक पीड़ित परिवार को एक भी पैसा नहीं मिला.
मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
लोकेश शर्मा ने 7 अप्रैल 2025 को बूंदी सर्व ब्राह्मण महासभा के साथ जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की. इस दौरान महासभा के जिलाध्यक्ष मिथिलेश दाधीच और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे. उन्होंने मुख्यमंत्री से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बूंदी एडीएम से रिपोर्ट मांगी, लेकिन 10 अप्रैल 2025 को भेजी गई रिपोर्ट में गलत दावा किया गया कि मुआवजा दे दिया गया. यह जवाब देखकर लोकेश शर्मा को गहरा दुख हुआ.
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
एडीएम कार्यालय की इस गलत रिपोर्ट ने प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर किया है. राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा ने इसे शर्मनाक बताया.
उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री कार्यालय को ही गलत जानकारी दी जा रही है, तो आम लोगों को न्याय की क्या उम्मीद हो सकती है. उन्होंने मांग की कि जिला कलेक्टर और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो.
न्याय की आस में परिवार
यह घटना न केवल पीड़ित परिवार के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसी है, बल्कि प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठाती है. लोकेश शर्मा ने मुख्यमंत्री से दोषियों को सजा देने और परिवार को जल्द मुआवजा दिलाने की अपील की है. यह मामला अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है.
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