
Rajasthan News: राजस्थान में बूंदी जिले के अलोद गांव में इंसानियत और भाईचारे की ऐसी मिसाल सामने आई है, जिसने हर किसी का दिल जीत लिया. सिख धर्मगुरु और कोटा गुरुद्वारा के अध्यक्ष बाबा लक्खा सिंह ने हाल ही में सड़क हादसे में जान गंवाने वाले आबिद अली के परिवार की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया.
उन्होंने न सिर्फ परिवार को डेढ़ लाख रुपये की आर्थिक मदद दी, बल्कि आबिद के चारों बच्चों की 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का वादा भी किया. इस नेक काम ने पूरे इलाके में भाईचारे की मिसाल कायम कर दी.
हादसे ने छीना परिवार का सहारा
9 सितंबर को अलोद गांव के रहने वाले आबिद अली पंजाब में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत राशि जमा कराने कोटा गुरुद्वारा जा रहे थे. रास्ते में एनएच-52 पर रामगंज बालाजी के पास उनकी बाइक की एक तेज रफ्तार ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई. इस हादसे में ट्रक में आग लग गई और आसपास हड़कंप मच गया.
इसके बाद स्थानीय लोगों ने फौरन पुलिस और दमकल को बुलाया. गंभीर रूप से घायल आबिद को बूंदी जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उन्होंने दम तोड़ दिया. इस हादसे ने आबिद के परिवार को गहरा सदमा दिया.
बाबा लक्खा सिंह बने मददगार
आबिद की मौत की खबर सुनते ही बाबा लक्खा सिंह अपने समाज के लोगों के साथ अलोद गांव पहुंचे. उन्होंने आबिद के परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया और उनकी हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. बाबा जी ने न सिर्फ तुरंत आर्थिक सहायता दी, बल्कि बच्चों के भविष्य को संवारने का जिम्मा भी लिया. उनके इस कदम की हर तरफ तारीफ हो रही है.
गांव में फैली भाईचारे की मिठास
गांववासियों और समाजसेवियों ने भी इस मौके पर एकजुटता दिखाई. यह घटना साबित करती है कि मुश्किल वक्त में इंसानियत और भाईचारा ही सबसे बड़ा धर्म है.
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