Rajasthan News: सीकर जिले के श्रीमाधोपुर इलाके के थोई थाना अन्तर्गत चीपलाटा पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी ललित कुमार ने गत 18 फरवरी को अपने घर पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. फांसी का फंदा लगाने से पहले VDO ललित ने आठ पन्नों का सूसाइड नोट भी लिखकर अपने कमरे में छोड़ा. जिसमें उन्होंने अपने साथ बीती घटना और उनको मानसिक तौर पर परेशान किए जाने की बात कही है. इस पत्र में उन्होंने आहत करने वाले लोगों का नाम भी लिखा उसके बाद फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
मुंबई के पास से आरोपी गिरफ्तार
जैसे ही VDO के आत्महत्या करने का समाचार पंचायत राज विभाग और ग्राम विकास अधिकारी संघ को मिली, तो मामले ने तूल पकड़ लिया. इस घटना में लिप्त आठ लोगों के खिलाफ परिजनों ने नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई. संघ और परिजनों द्वारा मामलें में तत्काल कार्यवाही की मांग की जा रही थी. VDO अधिकारी के सुसाइड मामले में आज बीती रात्रि में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी और घटना में लिप्त आरोपी चिपलाटा सरपंच मनोज गुर्जर पुत्र बीरबल राम गुर्जर को मुम्बई के पास से पुलिस ने गिरफ्तार किया.
वहीं अन्य आरोपियों की पुलिस सरगमी से तलाश कर रही है. गिरफ्तार आरोपी लगातार छुपने के लिए बार-बार जगह बदल रहा था लेकिन पुलिस ने उसे दर दबोचा. मामलें की जांच डिप्टी राजेंद्र सिंह निर्वाण कर रहे हैं. मामले का खुलासा आज डिप्टी राजेंद्र सिंह ने प्रेस वार्ता कर थोई थाने पर किया. फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है.
यह था पूरा मामला
जानकारी के अनुसार निदेशालय स्थानीय निधि अंकेक्षण की ऑडिट में 5 लाख 20 हजार 11 रुपए का वर्ष 2022 में गबन करने का खुलासा हुआ था. जिसको लेकर मृतक ललित ने गबन करने वाले लोगों के खिलाफ थोई थाने में सरपंच मनोज गुर्जर, तत्कालीन VDO नरेंद्र प्रताप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
परिजनों का कहना था कि मृतक ललित ने जब से रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, तभी से वह अवसाद में चल रहे थे. उन्हें बार-बार धमकियां मिल रही थीं. जिसके चलते उन्होंने तनावग्रस्त होकर आत्महत्या कर ली.
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