Jaipur Dumper Accident: जयपुर के हरमाड़ा में डंपर ने 13 लोगों की जान ले ली. सोमवार (3 नवंबर) को जयपुर के हरमाड़ा में एक डंपर द्वारा सड़क पर दर्जनों लोगों को रौंद दिया गया. इस हादसे में 13 लोगों की जान चली गई, जबकि 23 लोग बुरी तरह घायल हुए हैं. बताया जाता है कि डंपर चालक ने एक किलोमीटर तक सड़क पर वाहन और इंसान सभी को रौंद दिया. बाद में डंपर सड़क पर पलट गई इसकी चपेट में भी कई वाहन आ गए. इस घटना के बाद पूरे राजस्थान में हंगामा मच गया है. वहीं इस हादसे के बाद केंद्र सरकार की ओर से मुआवजे का ऐलान किया गया है.
जयपुर हादसे को लेकर पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट के जरिए कहा कि राजस्थान में हुए एक हादसे में हुई जान-माल की हानि से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों.
पीएम मोदी की ओर से घोषणा की गई है कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.
Pained by the loss of lives due to a mishap in Jaipur, Rajasthan. My thoughts are with those who have lost their near and dear ones. I pray that the injured recover soon.
— PMO India (@PMOIndia) November 3, 2025
An ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF would be given to the next of kin of each deceased. The injured would…
48 घंटे में 41 लोगों की मौत
राजस्थान में 48 घंटे के दौरान करीब 5 सड़क हादसों में 41 लोगों की मौत हो गई है. बीते रविवार (2 नवंबर) को फलोदी में सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की मृत्यु के कुछ घंटे बाद ही एक अन्य सड़क दुर्घटना में 4 लोगों की मृत्यु हो गई. जयपुर के हरमाड़ा इलाके में सोमवार दोपहर हुए भीषण सड़क हादसे में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. जबकि इससे पहले शनिवार को रात में अलवर सदर थाना क्षेत्र के छठी मील के पास एक भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के 4 लोगों की जान चली गई थी. शादी समारोह से घर लौट रहा एक परिवार थार गाड़ी की टक्कर का शिकार हो गया था. इसी तरह राजस्थान में अन्य जगह हुए हादसों में कम से कम 5 लोगों की मौत हुई है.
सड़क हादसे में राज्य सरकार कर रही मीटिंग
राजस्थान में हो रहे सड़क हादसों को लेकर अब राज्य सरकार हाई लेवल मीटिंग कर रही है. बताया जा रहा है कि सीएम सड़क हादसों को लेकर कड़ा कदम उठा सकते हैं. वहीं लापरवाह लोगों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दे सकते हैं. जबकि सड़क हादसों को दूर करने के लिए SIT का गठन भी किया जा सकता है.
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