Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव नजदीक आ गया है और ऐसे में नेताओं का दल बदला कोई नई बात नहीं है. राजस्थान की राजनीति में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. भरतपुर जिले की बयाना-रूपवास सीट से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत की भाजपा में फिर से एंट्री हो गई. उनकी यह एंट्री बहुत ही सियासी ढंग से हुई है. 8 दिन पहले पहले वह एनडीए के घटक दल शिव सेना में शामिल हुईं और अब 8 दिन में ही पाला बदल शिव सेना को छोड़कर फिर से भाजपा में शामिल हो गई है.
3 महीने से बना रही थीं दबाव
हालांकि ऋतु बनावत की भाजपा में एंट्री बिना किसी शर्त के हुई बताई जा रही है लेकिन राजनैतिक जानकारों का कहना है कि ऋतु बनावत ने भाजपा से बागी होकर विधायक तो बन गईं लेकिन सत्ता से दूर थी. यही वजह है कि वह 3 महीने से अलग-अलग ढंग से पार्टी पर दबाव बना रही थीं.
सबसे पहले तो विधायक निर्वाचित होते ही उन्होंने सरकार को अपना समर्थन दे दिया था. इसके बाद बात नहीं बनी तो वह भरतपुर में जाटों के धरने में शामिल हो गईं और भरतपुर-धौलपुर के जाटों को केंद्र में ओबीसी आरक्षण की वकालत करने लगी.
इसके बाद भी बात नहीं बनी तो उन्होंने भरतपुर से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. फिर अचानक से मुंबई जाकर शिव सेना के तीर कमान को संभाल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के सामने शिव सेना जॉइन कर ली.
लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए खरीदा नामांकन पत्र
इसमें मुख्य भूमिका शेखावटी नेता राजेन्द्र गुढा की रही. शिव सैना जॉइन करने के बाद ऋतु बनावत ने कहा कि अब वह एनडीए के घटक दल की विधायक बन गई है और अपने विधानसभा क्षेत्र में काम हो सके, इसलिए वह NDA के घटक दल के रूप में काम करेंगी. इस बीच वह अपने पति ऋषि बंसल के साथ लगातार भाजपा के नेताओं से मुलाकात कर भाजपा का दरवाजा खटखटा रहे थे. लेकिन एंट्री नही मिल रही थी. अचानक ऋतु बनावत ने एक दांव खेलते हुए भरतपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिये नामांकन पत्र खरीद लिया. इसकी भनक लगते ही भाजपाई भी एक्टिव हो गए.
सीएम से मुलाकात के बाद हुईं शामिल
गत दिनों सीएम भजनलाल शर्मा भरतपुर में जब क्लस्टर मीटिंग के लिये प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ आए तो उनके संज्ञान में पार्टी के कुछ सीनियर नेताओं ने यह बात रखी. अंत मे सीएम का सिग्नल मिलते ही उनको मुख्यमंत्री से मिलने का समय दिलाया गया. उनकी सीएम से मुलाकात हुई और आज अपने पति ऋषि बंसल के साथ उन्होंने भाजपा का कमल थाम लिया. ऋतु बनावत का कहना है कि राज्य में भाजपा की सरकार है वह खुद भी भाजपा के विचार से जुड़ी रही है. कुछ कारण थे जिनकी वजह से उन्होंने भाजपा छोड़कर चुनाव लड़ा और जीतीं.
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