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आमेर के शिला माता मंदिर में गूंजे जय माता दी के जयकारे, दंडवत करते पहुंचे भक्‍त

शारदीय नवरात्रि के पहले दिन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई. पूरे 9 दिन तक विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी.

आमेर के शिला माता मंदिर में गूंजे जय माता दी के जयकारे, दंडवत करते पहुंचे भक्‍त
शिला माता.

शारदीय नवरात्रि आज (22 स‍ितंबर) से शुरू हो गए हैं. शुभ मुहूर्त में माता के मंदिरों में घट स्थापना की गई. आमेर में प्राचीन शिला माता मंदिर में सुबह 6:25 पर घट स्थापना की गई. घट स्थापना के बाद सुबह करीब 7:35 पर भक्तों के लिए दर्शन शुरू किए गए. शिला माता मंदिर में भक्तों का सैलाब देखने को मिला. दूर-दूर से भक्त अपनी मनोकामनाएं लिए माता के दरबार में आ रहे हैं.

शैलपुत्री की हुई पूजा अर्चना

नवरात्रि में माता के भक्तों के लिए आमेर महल में प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्थाएं की गई है. नवरात्रि मेले के दौरान 3 अक्टूबर तक आमेर महल में हाथी सवारी बंद रहेगी.

दंडवत करते पहुंच रहे मंदिर

माता रानी का विशेष श्रृंगार कर झांकी सजाई गई. भक्तों की मान्यता है कि शिला माता सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करती है. भक्त हर नवरात्रि में माता के दरबार में धोक लगाने के लिए पहुंचते हैं. प्रदेश ही नहीं बल्कि, पूरे देश भर से श्रद्धालु माता के मंदिर में पहुंचते हैं. कई भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर दंडवत करते हुए भी माता के दरबार में पहुंचे. प्रसादी के लिए भंडारे का आयोजन किया गया. माता के भक्त अल सुबह से ही लाइनों में लगकर दर्शनों के लिए इंतजार करते हुए नजर आए.

आमेर के शिला माता मंदिर में दर्शन के लिए जाते भक्त.

आमेर के शिला माता मंदिर में दर्शन के लिए जाते भक्त.

छठ का विशेष मेला भरेगा

मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि 28 सितंबर को आमेर में छठ का विशेष मेला भरेगा. 29 सितंबर को रात 10 बजे निशा पूजन का कार्यक्रम होगा. 30 सितंबर को शाम 4:30 बजे हवन की पूर्णाहुति का आयोजन भी किया जाएगा. 2अक्टूबर को सुबह 10: 30 बजे नवरात्रि उत्थापना की जाएगी.

मंदिर के दर्शन का समय

विश्व विख्यात शिला माता मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुबह 6 से 12:30 और शाम को 4 से रात 8:30 बजे तक माता के दर्शन कर सकेंगे. अगर भक्तों की भीड़ ज्यादा रहती है, तो मंदिर प्रशासन की ओर से सभी को दर्शन करवाने की व्यवस्था भी की जाएगी. सुरक्षा की दृष्टि से महिला और पुरुषों की बैरिकेट्स लगाकर अलग-अलग लाइन बनाई गई है. CCTV कैमरों से 24 घंटे निगरानी रहेगी. महल प्रशासन के होमगार्ड भी भक्तों को दर्शन करवाने में सहयोग करेंगे.

नारियल का प्रसाद चढ़ाया जाता है

यहां रोज भोग लगने के बाद ही मंद‍िर के दरवाजे खुलते हैं. ऐसी परंपरा सदियों से चली आ रही है. माता को विशेष रूप से यहां आमेर की प्रसिद्ध गुजियां व नारियल का प्रसाद चढ़ाया जाता है.

जयपुर आमेर से रोहन शर्मा की रिपोर्ट...

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