Rajasthan News: उदयपुर के जिला परिषद सभागार में संभाग स्तरीय बैठक के दौरान मीडिया से बातचीत में मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा है कि आमजन के कार्य आसानी से हो जाए, किसी को भी किसी काम के लिए भटकना नहीं पड़े. इसके लिए अधिकारियों के कार्यो की समीक्षा समय-समय पर होनी चाहिए. समीक्षा होने से कमिया और खामियों के बारे में पता चलता है और उन कमियों और खामियों को समय पर दूर करने से आमजन को राहत मिलती हैं.
विभागों के कार्यों की समीक्षा की
सुधांश पंत ने बैठक में सभी विभागों के संभाग स्तरीय अधिकारियों के साथ उनके विभागों में चल रहे कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण कार्यों की समीक्षा के साथ गुड गवर्नेंस, रेवेन्यू संबधी मामलों के साथ संभाग में अपराधों की स्थिति पर चर्चा की गई. इसके अलावा हरियालो राजस्थान अभियान को लेकर पूरे संभाग में लगाए गए पेड़ों की स्थिति के बारे में जानकारी ली.
पंत ने कहा कि इस अभियान में प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल ने रिकॉर्ड कायम किया है. अब हर घर तिरंगा अभियान को लेकर चर्चा की गई और इस अभियान को और कितना तेज से आगे इस पर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए. उदयपुर संभाग प्रदेश का महत्वपूर्ण भाग हैं. इस संभाग में कुल पांच जिले आते हैं. ऐसे में संभाग स्तरीय बैठक से पूर्व तैयार किए गए एजेंडे के अनुसार बैठक में विचार विमर्श किया गया. बैठक शुरू होने के साथ ही तय एजेंडे पर एक-एक करके जिला प्रशासन के साथ सभी विभागों के कार्यो में तेजी लाने के साथ ही वह समय पर पूरे कैसे हो, इस पर चर्चा की गई.
बैठक में विभागों के शामिल हुए अधिकारी
मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले कुछ समय से वीडियो क्रॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकांश बैठक होने लगी है, लेकिन इस तरह की फिजिकल बैठक होने से लोगों अधिकारियों से सीधे चर्चा करने का मौका मिलता है, जिससे कई सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं. संभाग स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव सुंधाश पंत के साथ संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, आईजी अजयपाल लाम्बा के साथ पांच जिलो के जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे. इसके अलावा बैठक में प्रदेश सरकार के अधिकांश विभाग के संभाग स्तरीय अधिकारियों ने शिरकत की. सभी विभागों के संभाग स्तरीय अधिकारियों ने भाजपा सरकार बनने के बाद विभागों की ओर करवाए गए कार्यो की समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत की.