चीन में कोरोना जैसी बीमारी फैलने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी भेजी है. जिसके बाद का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने भी सभी मेडिकल कॉलेज और जिलों के सीएमएचओ को निर्देश दिए है. जिसके तहत प्रदेश के सभी हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेजों में पर्याप्त ऑक्सीजन, दवाईयां और बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है. चिकित्सा एसीएस शुभ्रा सिंह ने नई एडवाइजरी को लेकर 28 नवंबर को वीसी बुलाई थी.
अजमेर के जेएलएन अस्पताल में हुई मॉक ड्रिल
नई एडवाईजरी को लेकर अजमेर संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ अरविंद खरे ने कहा कि चीन में निमोनिया के केस सामने आए हैं. एहतियातन सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है. हमारे यहां व्यवस्थाओं को लेकर नियमित मॉनिटरिंग की गई है. जे एल एन अस्पताल सबसे बड़ा अस्पताल है. यहां स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम मौजूद हैं. आज मॉकड्रिल कर व्यवस्थाओं को परखा गया,
हर वार्ड में ऑक्सीजन, दवाएं और स्टाफ 24 घंटे रहेगा मौजूद
चिकित्सा विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी में हॉस्पिटलों में दवाईयां, ऑक्सीजन के अलावा जांच की पर्याप्त इंतजाम करने और उनकी मशीनरी की जांच करने के निर्देश दिए है. आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से चीन के बच्चों में एक रहस्यमयी बीमारी फैलने लगी. तेज बुखार के साथ उनके फेफड़े फुला देने वाली इस बीमारी की वजह से हर रोज हजारों बच्चे अस्पताल पहुंच रहे हैं. इसे देखते हुए केन्द्र सरकार ने देश में भी सभी राज्यों को हेल्थ एडवाइजरी जारी की है.
बांसवाड़ा अस्पताल में हुई मॉक ड्रिल
बांसवाड़ा जिले में बच्चों में निमोनिया के तो बढ़ने की आशंका को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. अभी तक स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन प्रदेश भर में संक्रामक रोगों की सर्विलेंस एवं रोकथाम के लिए महात्मा गांधी हॉस्पिटल में जांच, दवा, उपचार आदि के समुचित इंतजाम सुनिश्चित हों इसके लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच एल ताबियार और प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ खुशपाल सिंह राठौड़ ने हॉस्पिटल में मॉकड्रिल किया.
बूंदी में सीएमएचओ ने लिया अस्पतालों का जायजा
बूंदी में चीन में श्वसन रोग के मामलों में वृद्धि को देखते हुए जिले के चिकित्सा प्रबंधन को अलर्ट करने के उद्देश्य से बुधवार को मॉकड्रिल की गई. मॉकड्रिल में मिली खामियों को तीन दिन मे सुधारने के निर्देश दिए गए हैं. वायरस से निपटने के लिए ब्लॉक वाइज नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है.
डिप्टी सीएमएचओ कमलेश शर्मा, डॉ. एस आर मीणा ने कहा कि यह एक संक्रामक बीमारी है, इसलिए इसके रोगियों के लिए अलग से स्वास्थ्य सुविधाएं देना हमारी पहली प्राथमिकता होंगी. गाइडलाइन के अनुरूप सभी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल सहित जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में बुधवार को मॉकड्रिल गंभीरता के साथ की गई.
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