शक्ति, भक्ति और शौर्य की प्रतीक नगरी चित्तौड़गढ़ ने अनूठा रिकॉर्ड कायम किया. शुक्रवार (26 दिसंबर) को एक ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनी. लोक-संस्कृति की लय पर हजारों कदम एक साथ थिरके और पारंपरिक घूमर नृत्य ने विश्व कीर्तिमान स्थापित किया. सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के चौथे दिन 15 हजार महिलाओं ने घूमर नृत्य करके यह रिकॉर्ड बनाया हैं. इससे पहले सूरत में 11 हजार महिलाओं का एक साथ घूमर नृत्य का विश्व रिकॉर्ड बना था. वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया के सीईओ पवन सोलंकी ने आयोजकों को प्रदान किया. सांसद सीपी जोशी ने ऐतिहासिक आयोजन के लिए सभी सहभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया.
बच्चों से लेकर बुजुर्गों के भी थिरके कदम
इस भव्य आयोजन में 15 हजार से अधिक महिलाएं राजस्थान की पारंपरिक वेशभूषा में नजर आईं. मैदान में प्रसिद्ध लोकगायिका सीमा मिश्रा के गीतों की गूंज रहीं. इस आयोजन में 5 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक की महिलाओं ने जोश, आत्मविश्वास और अनुशासन के साथ सहभागिता निभाई. कार्यक्रम में नारी-सशक्तिकरण और सांस्कृतिक सहभागिता का सशक्त संदेश दिया. इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे.

उन्होंने कहा कि चित्तौड़गढ़ की ऐतिहासिक भूमि पर आयोजित यह आयोजन राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नई ऊंचाइयां देगा. उन्होंने इसे भारतीय परंपरा, नारी-सशक्तिकरण और लोक-संस्कृति का गौरवपूर्ण उत्सव बताया. इस मौके पर बिरला ने 4.5 करोड़ रुपए की लागत इनडोर स्टेडियम का उद्घाटन भी किया.
यूडीएच मंत्री समेत कई जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
यूडीएच कैबिनेट मंत्री झाबरसिंह ख़र्रा ने भी आयोजन को भारतीय सभ्यता और संस्कृति की जड़ों को सुदृढ़ करने वाला बताया. इस कार्यक्रम में विधायक श्रीचंद कृपलानी, अर्जुन जीनगर, चंद्रभान सिंह आक्या, डॉ. सुरेश धाकड़, फूलसिंह मीणा, पूर्व विधायक पोकरण शैतान सिंह, भाजपा जिला प्रभारी विमल अग्रवाल, जिला कलेक्टर आलोक रंजन आदि मौजूद रहे.