
Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री की अनोखी पहल ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों को इस दीपावली नया रंग-रूप दिया है. स्कूल सौंदर्यीकरण और कायाकल्प अभियान के तहत 91.7% सरकारी स्कूलों में रंग-रोगन और सजावट का काम पूरा हो चुका है. पहली बार सभी स्कूल एकसमान रंगों और लाइटिंग से दीपोत्सव में चमक उठे. यह नजारा राजस्थान के शिक्षा इतिहास में अनोखा है.
दीपावली से पहले रंग-रोगन का लक्ष्य
इस अभियान का मकसद दीपावली से पहले सभी सरकारी स्कूलों में रंग-रोगन पूरा करना था. इसके लिए प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में हल्का Coral Room (K243) और गहरा Copper (0587) रंग चुना गया. वहीं उच्च माध्यमिक स्कूलों में हल्का Coral Beach (7969) और गहरा Copper (0587) रंग इस्तेमाल हुआ. इन रंगों ने स्कूलों को साफ-सुथरा और आकर्षक लुक दिया है.

लाइटिंग से स्कूल बने उत्सव का केंद्र
इस बार दीपावली पर स्कूलों को रोशनी से सजाने की नई परंपरा शुरू हुई. 18 अक्टूबर से शुरू हुई लाइटिंग की व्यवस्था 23 अक्टूबर तक चली. स्कूल परिसर रात में जगमगाते रहे, जो पहले कभी नहीं देखा गया. अब स्कूल सिर्फ पढ़ाई के केंद्र नहीं, बल्कि उत्सव और समुदाय के गौरव का प्रतीक बन गए हैं.

बालोतरा और भरतपुर का शानदार प्रदर्शन
बालोतरा और भरतपुर जिलों ने 100% लक्ष्य हासिल कर मिसाल कायम की है. बाकी जिलों में काम अंतिम चरण में है और 5 नवंबर तक पूरा हो जाएगा. निदेशालय ने नियंत्रण कक्ष बनाकर रोजाना प्रगति की निगरानी की, जिससे यह अभियान समय पर पूरा हुआ.

जनभागीदारी ने बनाया जन आंदोलन
इस अभियान की सफलता में स्कूल प्रबंधन समितियों, जनप्रतिनिधियों और स्वैच्छिक संगठनों का बड़ा योगदान रहा. समुदाय ने मिलकर इसे जन आंदोलन बनाया. इस पहल ने शिक्षा के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ाया और स्कूलों को नया गौरव दिया.
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