Cabinet reshuffle in Rajasthan: राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल कुछ साल और राजनीतिक नियुक्तियों की अटकलों के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दिल्ली दौरे ने प्रदेश की सियासत और शासन दोनों में हलचल मचा दी है. दिल्ली दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रियों से लंबी मुलाकातों के बाद मुख्यमंत्री का कल कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाना कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे रहा है.
दिल्ली में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मुलाकात में राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर तैयार किया गया रिपोर्ट कार्ड सौंपा और फ्लैगशिप योजनाओं की अब तक की प्रगति का पूरा ब्यौरा दिया. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया है. सरकार इस सम्मेलन को एक बड़े सामाजिक जुड़ाव के अवसर के रूप में देख रही है जहां देश और विदेश में बसे राजस्थानियों को फिर से राज्य से जोड़ने की कोशिश की जाएगी.
रिफाइनरी प्रोजेक्ट के जल्द शुभारंभ का आग्रह
मुख्यमंत्री ने पचपदरा रिफाइनरी प्रोजेक्ट के जल्द शुभारंभ का आग्रह भी किया, क्योंकि यह परियोजना लंबे समय से राज्य की सबसे महत्वपूर्ण औद्योगिक योजनाओं में मानी जाती है और इसके शुरू होने से बड़े स्तर पर निवेश और रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी.
दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री की मुलाकात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी हुई. माना जा रहा है कि इस बातचीत में राजस्थान सरकार और भाजपा संगठन के कामकाज पर फीडबैक के साथ राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई है. इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात में राज्य के बजट, केंद्रीय योजनाओं से मिलने वाली राशि और लंबित वित्तीय मामलों पर बात हुई है.
मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाए जाने से यह अटकलें तेज
मुख्यमंत्री के कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाए जाने से यह अटकलें भी तेज हो गई हैं कि सरकार जल्द मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल कर सकती है. हालाँकि सरकार की तरफ से अभी कोई ऐसे संकेत नहीं दिए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक तीन दिसंबर की बैठकों में रिफाइनरी परियोजना की प्रगति, प्रवासी सम्मेलन की तैयारियां, केंद्र और राज्य की संयुक्त योजनाओं की समीक्षा और बजट से जुड़े फैसलों पर चर्चा हो सकती है.
उद्योग और निवेश से जुड़े प्रस्तावों को भी इन बैठकों में आगे बढ़ाया जा सकता है, क्योंकि पिछले कुछ महीनों से सरकार ने उद्योग और व्यापार को बढ़ावा देने पर खास ध्यान दिया है. मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा संकेत देता है कि आने वाले दिनों में राजस्थान सरकार कई बड़े फैसले लेने की तैयारी में है और इसी वजह से कल की बैठकों को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.