Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) चिकित्सा सेवा किसी भी लापरवाही को लेकर काफी सख्त नजर आ रहे हैं. रविवार (21 जनवरी) को सीएम भजन लाल शर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चिकित्सा सेवा और कार्यों में किसी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को भी आदेश दिया कि वह हर हफ्ते जिला के अस्पतालों का निरिक्षण करेंगे. इसके बाद किसी तरह की त्रुटि नजर नहीं आनी चाहिए. सीएम भजन लाल ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण उपचार मिले.
वहीं, सीएम ने मुख्य सचिव को भी निर्देश दिये हैं कि जिलाधिकारियों द्वारा जिला अस्पतालों का निरीक्षण सप्ताह में एक बार जरूर हो इसे सुनिश्चित करें. साथ ही, अतिरिक्त जिलाधिकारी, उप संभागीय अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रधान चिकित्सा अधिकारी भी अस्पतालों में व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रिपोर्ट विभाग को प्रस्तुत करें. उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय टीम गठित कर प्रदेश में औचक निरीक्षण कराएं. इसके लिए विभाग प्रमुख कार्यों की सूची भी तैयार करे.
मरीजों से अच्छा व्यवहार करें
सीएम भजन लाल शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चिकित्सक अस्पतालों में समय पर पहुंचे और मरीजों एवं तिमारदारों के साथ अच्छा व्यवहार रखें. इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कार्यों में अनावश्यक देरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. चिकित्सा विभाग की उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासियों के लिए निःशुल्क दवा और जांच सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन हमारा प्रयास है कि लोग स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित हों.
उन्होंने स्वच्छता पर को लेकर कहा कि खुले में खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाएं तथा मिलावट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. खाद्य सामग्री विक्रेताओं को कानूनों की जानकारी दी जानी चाहिए. सीएम शर्मा ने सवाई मानसिंह अस्पताल में भी प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र खोलने और आयुष्मान आरोग्य केंद्रों के निर्माण कार्य समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए.
अच्छी सेवा देने वाले राज्यों की व्यवस्था का अध्ययन करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में चिकित्सा क्षेत्र में अच्छे कार्य हुए हैं, उनका अध्ययन कर यहां भी लागू करने के प्रयास करें. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में पुरुष और महिला वार्डों की तरह बुजुर्ग मरीजों के लिए अलग सुविधाएं होनी चाहिए.
शर्मा ने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को उन जिलों में नशा मुक्ति परामर्श केंद्र खोलने के निर्देश दिए, जहां ऐसे मामले अधिक सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के लिए चिकित्सा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन विषय विशेषज्ञों के जरिए जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कराए. साथ ही, उन्होंने नशीली दवाइयों की अवैध बिक्री पर प्रभावी अंकुश लगाने तथा ऐसे विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द करने के निर्देश दिए.
शर्मा ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के लिए चिकित्सा शिक्षकों और प्रधानाचार्यों की नियुक्ति शीघ्र की जाए. उन्होंने कहा कि विभिन्न कारणों से लंबित भर्तियों को भी पारदर्शिता के साथ पूरा करें.
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