
Rajasthan News: आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर बुधवार को जयपुर के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में ‘संविधान हत्या दिवस–2025' कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 25 जून, 1975 का दुर्भाग्यपूर्ण दिन था, जब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने देश पर आपातकाल थोपकर भारतीय संविधान, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों का निर्ममता से दमन किया था.
तुष्टिकरण के आधार पर देश चलाना चाहा
सीएम ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में पूरा देश आजादी की लड़ाई लड़ रहा था. इसके लिए मूल उद्देश्य था, हमारा संविधान हो. हमारी आने वाली पीढ़ी सुखी से रहे. आजादी की लड़ाई लड़ने वालों ने काफी यातनाएं झेली थी. आजादी के वह दीवाने कभी कुछ नहीं सोचा.
महात्मा गांधी ने कहा था कि आजादी मिल गई, इस कांग्रेस को समाप्त कर दिया जाए, क्योंकि देश के हर नागरिक ने कांग्रेस के नेतृत्व में लड़ाई लड़ी थी. लेकिन वह भी नहीं माने और तुष्ठिकरण के आधार पर जिस तरीके से देश को चलाना चाहा. जिस राष्ट्रवाद की धारा से देश चलना चाहिए था, वैसे नहीं चला. उस समय श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने विरोध किया था.
कांग्रेस ने लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया
भजनलाल ने संबोधन में आगे कहा कि कांग्रेस के लोग कहते हैं कि इन्होंने क्या किया अरे आपने क्या किया बताइए. आपने हमेशा लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया है. आज कल संविधान बचाओ का नाटक करते हैं. हमारी सरकार ने भीमराव अंबेडकर को सम्मान देने का काम किया है.
हमारी पूर्ववर्ती सरकार के द्वारा लोकतंत्र सेनानियों के लिए 20000 मासिक पेंशन ₹4000 तक चिकित्सा सुविधा और बसों के अंदर निशुल्क यात्रा देने का काम किया था, लेकिन जैसे ही कांग्रेस की सरकार आई तो इसे बंद कर दिया गया. अब फिर से हमारी सरकार ने इसको लेकर एक अधिनियम पारित किया गया है, जिसमें लोकतंत्र सेनानियों अधिनियम बनाकर बिना रुकावट के पेंशन मिलने की सुविधा दी है.
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