
Cockroach Milk Facts: आपने गाय, भैंस और ऊंटनी के दूध के बारे में तो सुना ही होगा, लेकिन क्या आपने कभी कॉकरोच के दूध के बारे में सुना है? कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि कॉकरोच का दूध ( Cockroach Milk) , खासकर डिप्लोप्टेरा फंक्टाटा नामक प्रजाति से प्राप्त दूध, गाय और भैंस के दूध से ज्यादा पौष्टिक होता है.
क्या है कॉकरोच का दूध?
दरअसल, कॉकरोच दूध नहीं देते, बल्कि अपने बच्चों को एक खास तरह का प्रोटीन क्रिस्टल खिलाते हैं. यह क्रिस्टल उनके बच्चों के पोषण का मुख्य स्रोत है. वैज्ञानिकों ने पाया है कि यह क्रिस्टल बहुत पौष्टिक होता है और इसमें प्रोटीन, वसा और शर्करा का अनोखा मिश्रण होता है.
पोषक तत्वों का भरपूर भंडार
हाल ही में हुए एक अध्ययन से पता चला है कि कॉकरोच प्रजाति डिप्लोप्टेरा फंक्टाटा (डी. फंक्टाटा) से प्राप्त दूध में पारंपरिक स्तनधारी दूध की तुलना में अधिक पोषण क्षमता होती है. इसमें ओलिक एसिड, संयुग्मित लिनोलिक एसिड, ओमेगा-3 फैटी एसिड, शॉर्ट-चेन और मीडियम-चेन फैटी एसिड, विटामिन और खनिज जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का भरपूर भंडार होता है.
कॉकरोच के दूध में क्या है खास ?
प्रोटीन की मात्रा: कुछ अध्ययनों के अनुसार, कॉकरोच के दूध में पाया जाने वाला डी. फंक्टाटा में गाय के दूध से लगभग चार गुना ज़्यादा प्रोटीन होता है.
अमीनो एसिड: इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रूरी हैं।
ऊर्जा: यह दूध बहुत ही ऊर्जावान होता है, क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में कैलोरी होती है।
क्रिस्टल संरचना: यह क्रिस्टल धीरे-धीरे पचता है, जिससे शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा मिलती रहती है.
भविष्य में क्या हो सकता है?
वैज्ञानिक इस दूध के प्रोटीन क्रिस्टल को प्रयोगशाला में बनाने की कोशिश कर रहे हैं. अगर वे सफल होते हैं, तो भविष्य में यह दूध एक पौष्टिक आहार का स्रोत बन सकता है. यह उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है जिन्हें उच्च प्रोटीन वाले आहार की ज़रूरत होती है, जैसे कि एथलीट और बीमार लोग.