
Nagaur Homosexual Case: राजस्थान के नागौर जिले में 14 दिन से लापता हुए छात्र यश की हत्या कर दी गई थी. उसकी हत्या के आरोप में पुलिस ने रसूल मोहम्मद उर्फ बबलू घोसी को गिरफ्तार किया था. वहीं, उस पर कार्रवाई के दौरान आरोपी बबलू घोसी के घर पर बुल्डोजर चलवाया गया था. जबकि हत्या के कारण की जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है. इस केस में होमोसेक्सुअल अपराध का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि हत्या करने वाले शख्स होमोसेक्सुअल का आदि था और इसी आदत की वजह से उसने कई युवाओं को झांसे में ले लिया था. इतना ही नहीं उसने 40 बच्चों को अपना शिकार भी बनाया और समलैंगिक संबंध बनाने पर मजबूर भी किया.
पुलिस ने जानकारी दी है कि इस मामले में पूरे गैंग के लिप्त होने की बात सामने आ रही है. हालांकि आरोपी रसूल मोहम्मद ने समलैंगिक आदत वाले कुछ लोगों को अपने साथ जोड़ रखा था. वहीं उनके साथ मिलकर वह होमोसेक्सुअल की अपनी हरकतों को अंजाम देता था. वहीं पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को हिरासत में भी लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी और उसके साथियों ने युवकों को न केवल अशलील वीडियो और फोटो से बहकाया बल्कि उनके साथ होमोसेक्सुअल हैरेसमेंट भी किया.
मृतक छात्र ने समलैंगिक संबंध बनाने से किया मना, तो मार डाला
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी रसूल मोहम्मद उर्फ बबलू घोसी की छात्र यश से अच्छी जान पहचान थी. बबलू ने छात्र यश को समलैंगिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया, लेकिन छात्र यश ने इससे इंकार कर दिया, तो गुस्साए आरोपी ने छात्र यश की निर्मम तरीके से हत्या कर दी. बाद में उसके शव को बोरे में बंद कर गोबर के ढेर के नीचे छुपा दिया था.

अश्लील वीडियो फोटो से बहकाते थे टीन एज युवाओं को
पुलिस को व्हाट्सएप ग्रुप की चैट भी मिली है. पुलिस के मुताबिक रसूल मोहम्मद और उसके साथी इस व्हाट्स ऐप के माध्यम से अश्लील वीडियो और फोटो एक दूसरे को फॉरवर्ड करते थे. ताकि टीन एज यानी किशोर वर्ग के युवाओं को अपने झांसे में लिया जाकर समलैंगिक संबंध बनाए जा सके. पुलिस अब इस होमो सेक्सुअल ग्रुप से जुड़े लोगों के तलाश कर रही है और यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर उन लोगों की यश हत्याकांड में क्या भूमिका थी और होमो सेक्सुअल ग्रुप से कितने लोग आपस में जुड़े हुए हैं?
40 बच्चो के शोषण का आरोप
मृतक छात्र के परिजनों का आरोप है कि रसूल मोहम्मद होमो सेक्सुअल का एक ग्रुप चलता है, जो अब तक 40 बच्चों को अपना शिकार बना चुका है. आरोपी ने सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर किशोरों को इससे जोड़ा था और अश्लील मैसेज और वीडियो डालकर किशोर वर्ग के लड़कों को गुमराह करते थे. परिजनों का यह भी उनका कहना है कि मामले के सबूत और सीसीटीवी फुटेज भी उन्होंने ही पुलिस को उपलब्ध करवाए, इसके बावजूद पुलिस ने ढिलाई बरती. पुलिस की लापरवाही और ढिलाई के कारण छात्र यश की हत्या की गई है. अगर पुलिस समय रहते उसे ढूंढ लेती तो छात्र की जान बच सकती थी.
गैंग की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि आरोपी रसूल मोहम्मद अपने कुछ साथियों के मिलकर होमोसेक्सुअल ग्रुप संचालित करता था. मगर इस मामले में कोई गिरोह या गैंग सक्रिय है या नहीं, इसकी पुलिस जांच कर रही है. और यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि इस मामले से कितने लोग जुड़े हुए हैं? और उनकी हत्याकांड में क्या भूमिका रही है.
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यह था मामला
गौरतलब है कि छात्र यश 11 वीं कक्षा का छात्र था, जो नागौर के शीतला माता मन्दिर के पीछे रहता था. यश 19 जनवरी को बाईक से अपनी स्कूल के लिए निकला था, लेकिन स्कूल पहुंचा ही नही. बाद में मामले का खुलासा तब हुआ जब यश का शव बरामद किया गया. इस मामले का आरोपी रसूल मोहम्मद उर्फ बबलू घोसी मुख्य आरोपी है, जिसने समलैंगिक संबंध नहीं बनाने पर स्कूली छात्र यश की हत्या कर दी थी और उसके शव को बोरे में बंद कर गोबर के ढेर के नीचे छुपा दिया था.
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