
कांग्रेस संगठन को मजबूत करने और जिलाध्यक्षों को अधिक प्रभावी भूमिका देने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 40 साल बाद जिलाध्यक्षों से सीधा संवाद करेंगे. इसके लिए देशभर के 700 से ज्यादा जिलाध्यक्षों का अधिवेशन दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है. 27, 28 मार्च और 3 अप्रैल को अलग-अलग राज्यों के जिलाध्यक्षों से संवाद होगा. यह बैठक कांग्रेस के नए मुख्यालय इंदिरा गांधी भवन में होगी. राजस्थान कांग्रेस के जिलाध्यक्षों के साथ संवाद 3 अप्रैल को होगा. इस दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे.
कांग्रेस के संगठन महामंत्री ललित तूनवाल ने बताया कि पार्टी नेतृत्व ने वर्ष 2025 को संगठन निर्माण और मजबूती के लिए समर्पित किया है. जिलाध्यक्षों को पार्टी की रीढ़ मानते हुए हाईकमान उन्हें और ताकत देने की रणनीति पर काम कर रहा है. इस अधिवेशन में बूथ लेवल से लेकर जिला स्तर तक संगठन को कैसे मजबूत किया जाए, इस पर गहन चर्चा होगी.
सीधा संवाद लगभग 40 साल बाद होने जा रहा है
संगठनात्मक ढांचे को अधिक प्रभावी बनाने और जमीनी स्तर पर कांग्रेस की पकड़ मजबूत करने के लिए जिलाध्यक्षों को रणनीतिक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और जिलाध्यक्षों के बीच यह सीधा संवाद लगभग 40 साल बाद होने जा रहा है. इससे पहले भी पार्टी संगठन में यह चर्चा होती रही है कि विपक्ष में रहने पर संगठन की अहमियत ज्यादा होती है, लेकिन सरकार बनने के बाद जिलाध्यक्षों और संगठन की भूमिका सीमित हो जाती है.
लोकसभा चुनाव 2029 की तैयारियों के लिए जिलाध्यक्षों को सक्रिय भूमिका
अब इस नए प्रयास से संगठनात्मक गतिविधियों को गति मिलेगी और जिलाध्यक्षों को स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने की ताकत भी दी जाएगी. जिलाध्यक्षों को स्वतंत्र निर्णय लेने और संगठन को मजबूती देने के लिए निर्देश दिए जाएंगे. बूथ स्तर तक कांग्रेस की पहुंच और कार्यप्रणाली को मजबूत करने पर चर्चा होगी.
लोकसभा चुनाव 2029 की तैयारियों के लिए जिलाध्यक्षों को सक्रिय भूमिका निभाने को कहा जाएगा. कांग्रेस आईटी सेल और सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग को लेकर नई रणनीति बनाएगी.
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