वायरल वीडियो मामले में कांग्रेस ने अपनी विधायक अनीता जाटव के खिलाफ कार्रवाई की है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) ने अनीता जाटव को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनसे सात दिन के भीतर जवाब मांगा है. पार्टी ने कहा है कि सात दिन के भीतर जवाब नहीं मिलने पर आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
स्टिंंग का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर शनिवार सुबह एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसे एक अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन बताया है. वीडियो में कांग्रेस विधायक अनीता जाटव के साथ भाजपा विधायक रेवंत राम डांगा और निर्दलीय विधायक रितु बानावत के वीडियो नजर आ रहे हैं. मामला विधायक निधि से फंड मंजूर कराने के लिए रिश्वत मांगने से जुड़ा है.

अनीता जाटव पहली बार विधायक बनीं
अनीता जाटव पहली बार कांग्रेस के टिकट पर करौली जिले के हिंडौन से चुनाव लड़ी थीं. कांग्रेस ने 5 बार के विधायक भरोसीलाल जाटव का टिकट काटकर उन्हें टिकट दिया गया था.
डांगा खींवसर से विधायक
रेवंतराम डांगा ने खींवसर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा. भाजपा ने इस सीट पर हनुमान बेनीवाल के सामने 15 साल उनके साथ ही रहे डांगा को टिकट दिया. इसके बाद रेवंत राम डांगा यह सीट जीत कर पार्टी के भरोसे पर खरे उतरे. 2023 विधानसभा चुनाव में डांगा हनुमान बेनीवाल के सामने नहीं जीत पाए, लेकिन 2024 उपचुनाव में पार्टी ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया. इस बार सामने हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल थींं, और डांगा ने यह चुनाव जीत लिया.
रितु बानावत निर्दलीय विधायक
भरतपुर के बयान से विधायक रितु बानावत भी इस बार निर्दलीय मैदान में उतरी. वे 2018 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर लड़ी थी, लेकिन हार गई थी. इसके बाद 2023 में पार्टी ने टिकट नहीं दिया तुम्हें निर्दलीय ही मैदान में उतरी. इसके बाद वे जीत कर आई.