Rajasthan News: विधानसभा चुनावों में बांसवाड़ा जिले की पांच विधानसभा सीटों में से भले ही कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत हासिल की हो लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान हुए भीतरघात का दर्द अब विधायकों ने खुलकर बोलना शुरू कर दिया है. वहीं विधायकों ने लोकसभा चुनावों से पहले जिला कांग्रेस कमेटी में पोस्टमार्टम करने की नसीहत भी दे डाली है.
बांसवाड़ा जिले की घाटोल विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक नानालाल निनामा और कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया ने जिला कांग्रेस कमेटी के सामने खुलकर यह बात रखी है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जिस तरह विधानसभा चुनाव में उनको कांग्रेस के ही कुछ लोगों द्वारा भीतरघात का सामना करना पड़ा है उसे यदि रोका नहीं गया तो लोकसभा चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा.
इन लोगों को दिखाया जाए बाहर का रास्ता
घाटोल विधायक नानालाल निनामा ने तो यह भी कहा कि कुछ नेता तो केवल फोटो के लिए ही आते हैं और जो असली कार्यकर्ता बाहर बैठा रहता है. ऐसे लोग जो बड़े नेताओं के साथ फोटो खींचाने के लिए आते हैं उनको बाहर का रास्ता दिखाया जाए. वही कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया ने भी जिला कांग्रेस कमेटी के सामने स्पष्ट रूप से कहा कि कई ऐसे भीतरघात नेता हैं जो कांग्रेस को ही हराने का काम करते हैं. ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए.
भाजपा के लिए प्रचार करने का आरोप
वही बांसवाड़ा विधानसभा सीट से महज 1800 वोटो से जीत हासिल करने वाले विधायक और पूर्व मंत्री अर्जुनसिंह बामनिया ने कांग्रेस कमेटी में आयोजित स्वागत और सम्मान समारोह से दूरी बनाई रखी. कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के ही नेताओं ने उनको हराने का प्रयास किया, जिसको लेकर वह काफी अक्रोषित हैं, लेकिन वह इसको सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं. वहीं उप जिला प्रमुख और विधायक अर्जुनसिंह बामनिया के बेटे विकास बामनिया ने कांग्रेस के कद्दावार नेता महेंद्रजीतसिंह मालवीय के बेटों पर भाजपा के समर्थन में प्रचार करने का भी आरोप लगाया है.
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