
Rajasthan Politics: इंदिरा गांधी पर मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी के बाद राजस्थान में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी है. शुक्रवार से ही कांग्रेस विधायक विधानसभा में धरने पर बैठे हैं. वहीं, शनिवार को पूरे राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. शाम को मंत्री जोगाराम पटेल और जवाहर सिंह बेढम ने कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की. हालांकि, बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला. अब कांग्रेस सोमवार को विधानसभा की घेराव की तैयारी में है. माना जा रहा है कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट और हरीश चौधरी समेत कई बड़े नेता विधानसभा पहुंच सकते हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जयपुर में विधानसभा के घेराव के लिए बुलाया गया है.
अपमानजनक है तो कार्रवाई से निकाल दीजिए
कांग्रेस पार्टी के विरोध प्रदर्शन को लेकर अब मंत्री अविनाश गहलोत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मैं वो सब करने को तैयार हूं, जो मेरी पार्टी या फिर हमारे विधायक दल के नेता कहेंगे. जब कांग्रेस हंगामा कर रही थी. तब भी मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिला था. उनसे कहा था कि यदि दादी शब्द कांग्रेस को अपमानजनक और असंसदीय लगता है तो कार्रवाई से निकाल दीजिए. मुझे कोई आपत्ति नहीं है.
साथ ही मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कई बार सार्वजनिक मंचों पर बोल चुके हैं कि हमारी दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी.. तो ऐसे में कांग्रेस को इस शब्द से बुरा नहीं मानना चाहिए. उन्होंने कहा कि आम तौर पर भी घर के बड़े बुजूर्गों को हम घर में दादा-दादी, माता-पिता, ताऊ-ताई बोलकर संबोधित करते है. इसलिए कांग्रेस को सिर्फ हंगामा करने से मतलब है, जबकि कहीं पर भी यह नहीं है कि किसी को दादी बोलना अपमानजनक है.
दादी एक सम्मानजनक शब्द है- अविनाश गहलोत
दरअसल, मंत्री अविनाश गहलोत की इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को लेकर सदन में कांग्रेस विधायकों ने माफी की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया था. जिसके चलते तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी. बाद में सदन के अंदर अशोभनीय और निंदनीय आचरण के लिए गोविंद सिंह डोटासरा समेत कांग्रेस के छह विधायकों को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया. इसी के बाद कांग्रेस विधायक सदन में धरने पर बैठ गए.