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नबालिग से गैंगरेप मामला: ईनाम घोषित होने के बाद भी पुलिस की पहुंच से दूर आरोपी, सामाजिक संगठनों में रोष; 7 दिन का दिया अल्टिमेटम

Dausa News: दौसा जिले के बैजूपाड़ा थाना क्षेत्र में 25 मई को हुए नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस पर आरोप लगने लगे है. लेकिन अभी तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिली है.

नबालिग से गैंगरेप मामला: ईनाम घोषित होने के बाद भी पुलिस की पहुंच से दूर आरोपी, सामाजिक संगठनों में रोष; 7 दिन का दिया अल्टिमेटम

Dausa News: दौसा जिले के बैजूपाड़ा थाना क्षेत्र में 25 मई को हुए नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले में अब दौसा पुलिस पर आरोप लगने लगे हैं. पिछले कुछ समय से पुलिस आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिली है. इसी के चलते आज तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. दूसरी ओर दौसा पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा ने गैंगरेप के आरोपियों 10 हजार और अन्य पर 5 हजार का नाम घोषित  किए गए हैं.

नाबालिग को न्याय दिलाने आगे आए सामाजिक संगठन

इस मामले में नाबालिग को न्याय दिलाने के लिए श्री राष्ट्रीय परशुराम सेना संघ और ब्राह्मण समाज बांदीकुई आगे आया. इसी के तहत रविवार को ब्राह्मण समाज बांदीकुई ने श्री राष्ट्रीय परशुराम सेना संघ के बैनर तले मुख्यमंत्री के नाम बांदीकुई तहसीलदार धर्मेन्द्र मीणा को ज्ञापन सौंपा. जिसमें सात दिन में गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.  साथ ही पीड़िता और उसके परिवार वालों को सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही.  इन सभी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया और 7 दिनों के अंदर गिरफ्तारी करने का अल्टिमेटम तक दे दिया है.

सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी 10 दिन बाद भी है फरार

साथ ही श्री राष्ट्रीय परशुराम सेना संघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेहा चतुर्वेदी ने बताया कि 25 मई को उपखंड के बैजूपाड़ा थाने में एक नाबालिग ब्राह्मण बालिका के साथ कुछ नामजद आरोपियों पर सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है. इसके चलते आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़िता और उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं.

सर्व समाज ने दी आंदोलन की धमकी

ज्ञापन देने के दौरान गिर्राज प्रसाद शर्मा ने कहा कि यदि प्रशासन ने हम लोगों की बात को गंभीरता से नहीं लिया गया और जल्द आरोपियों को हिरासत में नहीं लिया गया तो सर्व समाज के साथ जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी. ऐसे में इसकी जिम्मेदारी शासन ओर प्रशासन की होगी. ज्ञापन के दौरान नेहा चतुर्वेदी, गिर्राज प्रसाद शर्मा, एडवोकेट श्याम सुंदर शर्मा, मुंशी ओमप्रकाश शर्मा, सुरेश पुजारी, रामबाबू शर्मा , मुरारी लाल शर्मा , पवन शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे.

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