Rajasthan: झुंझुनूं में अब मूक बधिर को अपनी समस्या अधिकारियों को बताने में कोई परेशानी नहीं होगी. सरकारी कार्यालयों में लगे क्यूआर कोड स्कैन करने से एक वीडियो कॉल जनरेट होगा. वीडियो कॉल से नुपूर संस्थान के वो प्रतिनिधि, जो मूक बधिर की साइन लैंग्वेज को समझते हैं, वो मूक बधीर लोगों की पीड़ा को संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को बताएंगे.
मूक बधिर आसानी से अपनी समस्या बता सकते हैं
जिला रसद अधिकारी कपिल झाझड़िया ने बताया कि अब क्यूआर कोड स्कैन करते ही संवाद होता है. आसानी से मूक बधिरों की समस्याओं को सुनकर उचित समाधान करने में आसानी होती है. अधिकारी और मूक बधिर शिकायतकर्ता के बीच में संवाद होने में आसानी होती है.
मूक बधिर और प्रशासन के बीच कम्यूनिकेशन गैप दूर होगा
अन्ना फाउंडेशन के डॉ. कमल मीणा ने बताया की मूक बधिर अपनी समस्याओं को और अपनी बातों को सरकारी कार्यालय में जाकर नहीं रख सकते. मूक बधिर और प्रशासन के बीच कम्यूनिकेशन गैप को दूर करेंगे. इसकी शुरुआत झुंझुनूं से की गई, इसके बाद पूरे राजस्थान और देश में इसे बढ़ाया जाएगा.
झुंझुनूं में हुई इसकी शुरुआत
झुंझुनूं में इसकी शुरुआत जिला प्रशासन के सहयोग से शुरू की गई है. अब एक स्कैन से मूक बधिर अपनी समस्या आसानी से सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों को बताते हुए उनका समाधान करवा पाएंगे. यह नवाचार मूक बधिर और शासन के बीच कम्यूनिकेशन दूरी को मिटाने का काम करेगा.
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