
Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले के महुवा कस्बे में शनिवार को परिजनों और ग्रामीणों ने महिला की मौत के बाद जमकर हंगामा किया. मृतक विनीता जाटव का शव माया देवी हॉस्पिटल के बाहर रखकर प्रदर्शन किया जा रहा है. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई, जिसकी वजह से महिला की जान चली गई.
डिलिवरी के बाद ब्लड चढ़ाने से रिएक्शन?
दरअसल, विनीता जाटव को 1 अक्टूबर 2024 को प्रसव के लिए माया देवी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डिलीवरी के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने पर ब्लड चढ़ाया गया, लेकिन परिजनों के मुताबिक ब्लड से रिएक्शन हो गया और महिला की तबीयत और बिगड़ गई.
10 महीने तक इलाज के बाद महिला की मौत
इसके बाद विनीता को जयपुर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया. पहले महात्मा गांधी हॉस्पिटल, फिर ICC हॉस्पिटल और बाद में दिल्ली रोड स्थित NIMS हॉस्पिटल में इलाज चला. लेकिन तमाम इलाज के बावजूद 1 अगस्त 2025 को उसकी मौत हो गई.
60 लाख रुपये का मुआवजा मांग रहे परिजन
अब परिजन अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए 60 लाख रुपए का मुआवजा मांग रहे हैं. शव को माया देवी अस्पताल के बाहर रखकर पिछले 10 घंटे से प्रदर्शन किया जा रहा है. मौके पर महुवा थाना पुलिस भी मौजूद है और समझाइश की कोशिश जारी है.
'डिलीवरी के दौरान बिगड़ी थी महिला की तबीयत'
माया देवी अस्पताल के डॉक्टर विपिन बंसल ने कहा कि महिला की हालत डिलीवरी के दौरान ही क्रिटिकल हो गई थी और समय पर ब्लड दिया गया था. उन्होंने इंफेक्शन के चलते हालत बिगड़ने की बात कही.
मुआवजा मिलने तक प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी
मृतका विनीता जाटव दौसा के बालाहेड़ी गांव की रहने वाली थीं। परिजनों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय और मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.
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