Jaisalmer Tourism: सरहदी जिले जैसलमेर में इन दिनों सर्दी का असर अब धीरे-धीरे तेज हो रहा है. अल-सुबह और रात को जबरदस्त ठिठुरन महसूस की जा रही है, हालांकि दोपहर में सर्दी का अहसास बिल्कुल गायब हो जाता है. तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर भी जारी है. रात का पारा पिछले दो दिन से 9 डिग्री पर स्थिर है, जिससे रात में ठिठुरन बढ़ गई है, लेकिन दिन का तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई. जैसलमेर में सर्दियों के बढ़ने के साथ पर्यटन भी बढ़ता है. लोग तपते रेगिस्तान को में सर्द माहौल को एन्जॉय करने आते है. गुजरात और पंजाब से लोग यहां सर्दियों की छुट्टियां मानाने आते हैं.
19-20 दिसंबर से चलेगी बर्फीली हवाएं
कृषि मौसम वैज्ञानिक अतुल गालव ने बताया कि, 16 से 18 दिसंबर के बीच सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ से पहाड़ी राज्य जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होगी. ये सिस्टम 18 दिसंबर को आगे निकल जाएगा और 19-20 दिसंबर से उत्तर भारत से बर्फीली हवाएं चलना शुरू होंगी. इन सर्द हवाओं के राजस्थान में आने से तापमान में गिरावट और सर्दी का असर तेज हो जाएगा.
रबी की फसल में होगा फायदा
ठंड का असर बढ़ने से किसानों को फायदा होने के आसर नजर आ रहे है, क्योंकि इन दिनों रबी की फसल की सीजन चल रही है. खेतों में सरसों, चना, जीरा, इसबगोल और गेहूं की बुवाई हो चुकी है. गुरुवार को जिले के काफी इलाकों में हल्का कोहरा छाया रहा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि मौसम ठंडा रहने जिससे फसलों की अच्छी बढ़वार होगी. इतना ही नहीं कोहरे के चलते फसल के दाने के आकार में बढ़ोत्तरी होगी और दानों की संख्या भी बढ़ेगी. पानी की समस्या का सामना कर रहे किसानों के लिए भी ठंड से फायदा होगा. क्योंकि ठंड से मिट्टी में नमी बनी रहती है तो ऐसे में फसलों को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं रहेगी.
जैसलमेर में बढ़ता है पर्यटन
कला संस्कृति और धोरों की धरती के रूप में विश्व विख्यात पर्यटन नगरी जैसलमेर में जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है वैसे-वैसे पर्यटकों के आने का सिलसिला भी बढ़ने लगता है. 19-20 दिसंबर से जब बर्फीली हवाएं चलेंगी तो जैसलमेर में पर्यटकों का हुजूम उमड़ने की संभावनाएं भी जताई जा रही है.
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